न यी दिल् ली. जबहार के मोकामा मेक रीब 200 नीलगायो की हत या के मामले मे के द ीय मंत ी मेनका गांिी ने पय ावररण मंत ी प काश िारड़ ेकर को आड़ े हाथो जलया है. मीजडया जरपोर व के अनुसार मजहला एरं बाल जरकास मंत ी और पशु अजिकार काय वकत ाव मेनका गांिी ने कहा है जक उन हे िानररोकी हत या का कारण नहीसमझ आ रहा है. इस फै सले का बचार करते हुए पय ावररण मंत ी प काश िारड़ ेकर ने कहा जक फ सलोको बचाने के जलए राज य के कहने पर नीलगायो को मारा गया. बता िे जक मेनका गांिी ने इस कार वराई को सबसे बड़ ा संहार बताया है. उन हो ने आरोप लगाया, ‘के द ीय पय ावररण मंत ालय हर राज य को जचट ी जलखकर उन िानरारो की सूची मांग रहा है जिन हे मारा िाना है, ताजक के द इसकी अनुमजत िे सके.’ खबर है जक जरपक ने भी इस मुद े पर के द सरकार पर जनशाना सािा है. िेडीयू के प रक ता अिय आलोक ने कहा, ‘मंत ालयोके बीच समन रय की कमी है. ये पहली बार नहीहो रहा. सभी मंत ालयो के बीच रकरार है जिससे ये सब कुछ हो रहा है.’ रही एनसीपी के प रक ता राहुल नार ेकर ने कहा जक सरकार के जरजभन न मंत ालयो के बीच तालमेल नही है क यो जक यहां एक ही व यल कत की मज ी चलती है. इस घरना पर प काश िारड़ ेकर ने कहा है जक ये रै ज ाजनक प बंिन के तहत जकया िा बाकी पेज 2 पर एम िुमार चंडीगढ़. हजरयाणा मे िार एक बार जफर से आरक ण की मांग को लेकर प िश वन कर रहे है. पिेश सरकार ने िार आरकण जिया था इस पर हजरयाणा र पंिाब उच न यायालय ने रोक लगा िी. िार नेताओका आरोप है जक उन हे िब आरक ण जिया गया तो प ारिान इतने मिबूत नही जकये गये, जिससे यह मामला अिालत मेजरक नहीपाया. अब उनकी मांग है जक संजरिान मेसंशोिन कर िार जबरािरी को आरक ण जिया िाये. इसके साथ ही यह भी मांग है जक जपछले िार आरकण मे िो मु किमे युराओ पर बने है, उन हेसरकार रापस ले. आंिोलन मेमारे गये युराओ के पजरिनो को उजचत मुआरिा र सरकारी नौकरी भी िी िाये. इन मांगो को लेकर िार आंिोलन कर रहे है . इस बार उनका प िश वन अपेक ाकृत शांत है. इिर सरकार ने आंिोलन के मद ेनिर बाकी पेज 2 पर नयी दिल् ली. खबर है जक अमेजरकी राषपजत बराक ओबामा ने भारत के सभी मुख यमंज तयोसे जमलने की इच छा िाजहर की है. माना िा रहा है जक ओबामा भारत और अमेजरका के बीच व यापाजरक जरश तोको और मिबूत बनाने के जलए ऐसा कहा है. गौरतलर है जक अमेजरका ने इसके जलए एक चीफ जमजनसरर कॉन कलेर आयोजित करने का प स ार भी पेश जकया है. इस कॉन क लेर का मकसि भारतीय राजयो और अमे जरकी प ाइरेर सेक रर के बीच व यापाजरक जरश तोको बढ़ ारा िेना है. कॉन कलेर को इसजलए भी आयोजित जकया िायेगा ताजक भारतीय राज य यह बता सकेजक उनके साथ व यापार करने का क या फायिा है. साथ ही हाल के जिनो मे भारत मे आसानी से जबिनेस करने के जलए क या बिलार हुए है. बता िे जक इस संबं ि मे व हाइर हाउस ने एक फै क र शीर िारी की है. हालांजक अब तक यह तय नहीहुआ है जक यह कॉन क लेर कब और कहां होगा. खबर है बाकी पेज 2 पर नीरज िुमार कमश ा नयी दिल् ली. अभी हान ही मे उतर प िेश मे कांग ेस के चुनार रणनीजत जरशेषज प शांत जकशोर ने ज पयंका गांिी राड ा को उत र प िेश मे मुख यमंत ी पि की उम मीिरार के तौर पर उतारे िाने की जसफ ाजरश की थी. इस खबर के आने के बाि से ही कांग ेस काय वकत ाव उतसाह मे िरना िेने लगे हो, लेजकन पार ी हाईकमान इस जसफ ाजरश को मानने के मूड मे नही जिख रहा है. हालांजक पार ी अपने कायवकत ावओ को जनराश भी नही करना चाहती. कांग ेस के एक रजरष नेताओ नेता की माने तो बीच का रास ा जनकालने की कोजशश हो रही है . रे चाहते हैजक उत र प िेश चुनार मेज पयंका सज िय भूजमका जनभाएं, कांग ेस मे एक खेमा इस बात को मान रहा है जक ज पयंका का िायरा के रल पजररार के चुनार क ेत अमेठी और रायबरेली मेन होकर पूरे प िेश मे हो. सूत ो की माने तो पार ी अभी उनहे मुखयमंत ी पि का उम मीिरार बनाकर मायारती और अजखलेश यािर के सामने नहीखड़ ा करना चाहती है. सूत बता रहे है जक ज पयंका को उतर प िेश मे कांग ेस के प चार अजभयान की कमान िे सकती है. कई कांग ेसी नेता ऐसा मान रहे है जक ज पयंका न केरल रणनीजत बनाएं बल लक चुनार से पहले ही कम से कम िो से तीन सौ पचार सभाएं भी संबोजित करे. रािनीजतक िानकार भी ऐसा मान रहे है जक ज पयंका का मुख यमंत ी पि की उम मीिरार न घोजषत कर उनहे पचार अजभयान की कमान िेना ही कांग ेस के जलए बेहतर फैसला हो सकता है. इस फैसले से उतर पिेश मे चुनार कांग ेस गठबंिन बनाम अनय बन सकता है. रही, िीरे-िीरे ही सही, ‘ज पयंका लाओ िेश बचाओ’ के नारे को कांग ेसी कायवकत ाव गाते नहीथक रहे है. हालाजकं कांग ेस उत र प िेश मेबेहि ही कमिोर ल सथजत मेहै. ऐसे मेशीष व नेतृत र का मानना है जक ज पयंका का चुनार पचार कायवकत ावओ मे नयी िान फूंकने का एक ज जरया हो सकता है. जफलहाल पार ी के पास मुखयमंत ी पि के जलए न तो कोई चेहरा है और ना ही सही उम मीिरार. साल 1989 मे पिेश मे चुनार हारने के बाि कांग ेस कभी यहां सत ा मेनहीलौर पायी. रह कभी सपा तो कभी बसपा का समथ वन ही करतर रही है. उतर पिेश मे साल 1993 के बाि से ही कांग ेस को मातआठ से नौ प जतशत ही रोर जमले है. पिेश मे पार ी के जयािातर िूसरी पाज रियोमे िा चुके हैऔर िो है रह सही ढ़ ंग से काम नही करना िानते है. खबर तो यह भी है जक प िेश मेकोई हार के डर से िल िी अधयक भी नही बनना चाहता है. पिेश मे कांग ेस की िीत अब ख याली पुलार से कम नहीलगता है. कांगेसी काय वि त ावओने साल बाकी पेज 2 पर www.shukrawaar.com वर्ष 1 अंक 32 n पृष्: 16 n 10 जून - 16 जून 2016 n नयी दिल्ली n ~ 5 नीलगाय िे मुद े पर आमने-िामने दो मंत ी िमाई िे िबिे बड े किलाड ी पेज- 13 रायपुर. छत ीसगढ़ के पूरव मुखयमंत ी और बागी कांग ेसी नेता अजित िोगी पार ी से इन जिनो खासा नाराि चल रहे है. िोगी लगभग 30 साल से भी अजिक समय से कांग ेस से िुड़े रहे है . िोगी कांग ेस के एक प भारशाली नेता रहे हैऔर रे छत ीसगढ़ के पहले मुख यमंत ी रहने के अलारा िो-िो बार राज यसभा और लोकसभा सिस य और कांग ेस के राष ीय प रक ता रह चुके है . पार ी छोड़ने से पहले रे छत ीसगढ़ मे कां ग ेस का पमुख चेहरा और पार ी के राष ीय अनुसूजचत िनिाजत पकोष के अधयक थे. अजित िोगी ने पार ी छोड़ने के पीछे िो कारण बताए है, रे कांग ेस के जलए धयान िेने लायक है. उनके मुताजबक कांग ेस अब नेहर, इंजिरा और रािीर-सोजनया गांिी राली कांग ेस नही रह गयी है. पार ी संगठन मे अब भैस के आगे बीन बिाने से कोई फायिा नही है और यहां िनािार राले नेताओका कोई स थान नहीरह गया है. िोगी के जपछले कई जिनो से पार ी छोड़ ने की बात रािनीजतक गजलयारो मे चल रही थी और आजखरकार ऐसा हुआ भी. अपनी नयी पार ी का ऐलान करते हुए अजित िोगी ने कहा जक ‘अब मै आिाि हो गया हूं, छत ीसगढ़ के फैसले अब जिल ली मे नही जलए बाकी पेज 2 पर अब मैदान में उतरेंगी पंियंका डाल पर जाट आरकण का बेताल l प शांत किशोर िी किफाकरश l जुलाई िे प चार िी िमान l िांग ेि िा एि गुट परेशान ओबामा: मुखयमंतियोसे तमलनेकी चाहत अजित िोगी ने बनायी नयी पार्ी