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Lhasa ki aur by rahul sankritiyan

Apr 24, 2015

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Bikrant Roy

 
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Page 1: Lhasa ki aur by rahul sankritiyan

ल्हा�सा� की� ओर

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ले�खक

उपनाम: क� दारनाथ पण्डे�य जन्म: ९ अप्रै�ले, १८९३

ग्राम प�दाहा, आजमगढ़, उत्तर प्रैदा�श, भारत म$त्य&: १४ अप्रै�ले, १९६३

दा दार्जिज*लिंले*ग, पश्चि-म बं�गले, भारत

महाप�डिडेत रहुले सां�क$ त्ययना

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रहुले सां�क$ त्ययना…. र�हुल सा��की त्या�यान जिजन्हा4 महा�पं�डि�त क5 उपधि7 दा8 जत9 हा� डिहान्दा8

क� एक प्रैम&ख सांडिहात्यकर थ� । वे� एक प्रैडितधि=त बंहुभाषाडिवेदा? थ� और बं9सांवेA सांदा8 क� पBवेC7C म4 उन्हाDना� यत्रा वे$त�त/यत्रा सांडिहात्य तथ डिवेश्व-दाशCना क� क्षे�त्रा म4 सांडिहात्यित्यक यIगदाना डिकए । वेहा हिंहा*दा8 यत्रासांडिहात्य क� डिपतमहा कहा� जत� हाK। बंLद्ध 7मC पर उनाक शI7 डिहान्दा8 सांडिहात्य म4 य&गन्तरकर9 मना जत हा�, जिजसांक� लिलेए उन्हाDना� डितब्बंत सां� ले�कर श्री9ले�क तक भ्रमण डिकय थ । इसांक� अलेवे उन्हाDना� मध्य-एलिशय तथ कUक� शसां भ्रमण पर भा9 यत्रा वे$त�त लिलेख� जI सांडिहात्यित्यक दृधिW सां� बंहुत महात्वेपBणC हाK ।

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पं�ठ की� सा�र

'ल्हासां क5 ओर' पठ एक यत्रा वे$त्त�त हा�। इसां पठ म4 रहुले ज9 क5 प्रैथम डितब्बंत यत्रा क वेणCना डिकय गय हा�। इसां� रहुले ज9 ना� बंड़ी9 हा9 रIचक श�ले9 म4 लिलेख हा�। ले�खक ना� उसां सांमय क� डितब्बंत क� जना-ज9वेना, सां�स्क$ डित और लेIगD क बंहुत हा9 सां&�दार वेणCना डिकय हा�। ले�खक क� द्वार यहा यत्रा ना�पले क� रस्त� सां� क5 गई थ9। उसां सांमय भारत9यD कI डितब्ब्त म4 जना� क5 आज्ञा नाहाA थ9।

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ले�खक ना� डितब्ब्त क5 यत्रा करना� क मना बंनाय और श्चिभाखर9-वे�श म4 अपना9 यत्रा कI पBर डिकय। यहा यत्रा उन्हाDना� 1929-30 म4 क5 थ9। यहा यत्रा डितब्बंत कI नाज़दा8क सां� जनाना� क अवेसांर दा�त9 हा�। अपना� ले�खना क� सांथ न्यय करत� हुए उन्हाDना� इसां वे$त्त�त म4 हार छोIटे� और बंड़ी� सांभा9 तथ्यD क सांमवे�श डिकय हा�। तथ्यD क य� तना-बंना कहाना9 क5 रIचकत कI बंनाए रखत हा�।

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नकीशा� - की�ठम���� सा� ल्हा�सा�

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रजभाषा(एe) ना�पले9

सारकी�र सां�य&क्त सांरकर

रष्ट्रपडित डे॰ रमबंरण यदावे

प्रै7नाम�त्रा9 बंबं&रम भाट्टरई

र�जधा�न�(और सांबंसां� बंड़ी शहार)

कठम�डेB27°42′ N 85°19′ E

एक5करण 21 दिदासां�बंर 1768 

गणरज्य 28 दिदासां�बंर 2007 

क्षे�त्राफले

क& ले147,181 डिकम9² (95वे�)56,827 म9ले²

जले(%) 2.8a

जनासां�ख्य

 - ज&लेई 2007 अना&मना 28,901,790 (40 वे�)

 - २००२ जनागणना 23,151,423

 - जना घनात्वे184/डिकम9² (५६वे�)

477/म9ले²

सांकले घर�लेB उत्पदा (ज9डे9प9) (प9प9प9) 2006अना&मना

 - क& ले $48.18 डिबंलिलेयना (87वे�)

 - प्रैडित व्यलिक्त $1,500 (164 वे�

म�नव डिवकी�सा सा�चकी��की  (२००७)a

0.534(मध्यम) (१४२ वे�)

म&द्राa रुपय (एनाप9आर)

सांमय म�डेलेना�पले9 प्रैईम टेईम (यBटे8सां9 +5:45)

 - ग्रा9ष्म (DST) - (यBटे8सां9 +5:45)

इ�टेरना�टे टे8एलेडे9 .एनाप9

दूरभाषा कIडे +९७७

ना�पले

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डितब्बत

डितब्बत (Tibet) एलिशय म4 एक क्षे�त्रा हा� जिजसांक5 भाBधिम म&ख्यतy उच्च पठर9 हा�। इसांक� प्रैयy सांम्पूBणC भाग पर च9ना9 जनावेदा8 गणरज्य क शसांना हा� जबंडिक डितब्बंत सांदिदायD सां� एक प$थक दा�श क� रूप म4 रहा हा�। यहा� क� लेIगD क 7मC बंLद्ध हा� तथ इनाक5 भाषा डितब्बंत9। च9ना द्वार डितब्बंत पर चढ़ई क� सांमय (1955) वेहा� क� दालेई लेम ना� भारत म4 आकर शरण लिलेय जI अबं तक भारत म4 सां&रश्चिक्षेत हाK।

32 अ�श 30धिमनाटे उत्तर अक्षे�श तथ 86 अ�श शBन्य धिमनाटे पBवे} दा�शन्तर। डितब्बंत मध्य एलिशय क5 उच्च पवेCत श्री4श्चिणयD क� मध्य क& नाले&ना एवे� डिहामलेय क� मध्य स्थि�त हा�। इसांक5 ऊँe चई 16,000 फ& टे तक हा�। यहाe क क्षे�त्राफले47000 वेगC म9ले तथ अना&मडिनात जनासां�ख्य 1273,9 उ 69, (1953) हा�। डितब्बंत क पठर पBवेC म4 श9क�ग (Sikang) सां�, पलिशचम म4 कश्म9र सां� दाश्चिक्षेण म4 डिहामलेय पवेCत सां� तथ उत्तर म4 क& नाले&ना पवेCत सां� धिघर हुआ हा�।

यहा पठर पBवे} एलिशय क5 बं$हात्तर नादिदायD हा�गहाD, म�क�ग आदिदा क उद्गम �ले हा�, जI पBवे} क्षे�त्रा सां� डिनाकलेत9 हाK। पBवे} क्षे�त्रा म4 क& छो वेषाC हाIत9 हा� एवे� 1200फ& टे क5 ऊँe चई तक वेना पए जत� हा�।

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छोडिवेयe ना�पले

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डितब्बत

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Question 1:थो"ङ्$ ल� की�  पंहाल� की�  आखि'र� गाँ�)व पंहु)चन� पंर भि+'म�गाँ� की�  व�शा म, हा"न� की�  ब�वज�द ल�'की की" ठहारन� की�  लिलए उलिचत स्था�न मिमल�जबडिकी दूसार� या�त्रा� की�  सामया +द्र व�शा +� उन्हा, उलिचत स्था�न नहा7 दिदल� साकी�। क्या;?Answer :ल�'की की� मिमत्रा सा<मडित की� याहा�) की� ल"गाँ; सा� ज�न-पंहाच�न हा"न� की� की�रण भि+'म�गाँ; की� व�शा म, रहान� की� ब�वज�द +� उन्हा, ठहारन� की� लिलए अच्छी@ जगाँहा मिमल�।जबडिकी दूसार� या�त्रा� की� सामया ज�नकी�र� न हा"न� की� की�रण +द्र या�त्रा� की� व�शा म, आन� पंर +� उन्हा, रहान� की� लिलए उलिचत स्था�न नहा7 मिमल�। उन्हा, गाँ�)व की� एकी साबसा� गाँर�ब झों;पंड़े� म, ठहारन� की" स्था�न मिमल�। ऐसा� हा"न� बहुत की< छ, ल"गाँ; की� उसा वक्त की� मन"व डित पंर +� डिन+Fर कीरत� हाG। क्या;डिकी शा�म की� वक्त छङ्$ पं�कीर बहुत कीम हा"शा-हाव�सा की" दुरुस्त र' पं�त� हाK।

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Question 2:                       उसा सामया की� डितब्बत म, हालिथोया�र की� की�न�न न रहान� की� की�रण या�डित्रा

             या; की" डिकीसा प्रकी�र की� +या बन� रहात� थो�?Answer :

डितब्बत म, हालिथोया�र की� की�न�न न रहान� की� की�रण उसा सामया या�डित्राया; की" ��की< ओं सा� म�र� ज�न� की� 'तर� थो�।

Question 3:                     ल�'की लङ्$ की"र की� म�गाँF म, अपंन� सा�लिथोया; सा� डिकीसा की�रण डिपंछड़े गाँ

या�?Answer :

      लङ्$ की"र की� म�गाँF म, ल�'की की� घो"ड़े� थोकीकीर धा�म� चलन� लगाँ� थो� इसालिलए ल�'की अपंन� सा�लिथोया; सा� डिपंछड़ेकीर र�स्त� +टकी गाँए।

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Question 4:                       ल�'की न� शा�कीर डिवहा�र म, सा<मडित की" उनकी� याजम�न; की� पं�सा ज�न� सा�

 र"की�,               पंर�त< दूसार� ब�र र"कीन� की� प्रया�सा क्या; नहा7 डिकीया�?Answer :

एकी म�दिदर म, ल�'की वहा�) की� ब<द्धवचन- अन<व�द की� हास्तलिलखि'त पं"लिथोया�) पंढ़ रहा� थो�। व� पं"लिथोया�) की" पंढ़न� म, मग्न थो�। इसालिलए सा<मडित

की� अपंन� याजम�न; सा� मिमलन� ज�न� की� ब�र� म, पं�छन� पंर ल�'की न� उन्हा, ज�न� की� लिलए कीहा दिदया�।

Question 6:प्रैस्त&त यत्रा-वे$त्त�त क�  आ7र पर बंतइए डिक उसां सांमय क डितब्बंत9 सांमज क� सां थ?Answer :उसां सांमय डितब्बंत9 सांमज म4 जडित-पeडित, छो& आ-छोB त नाहाA थ, औरतD क� लिलेए परदा प्रैथ क प्रैचलेना भा9 नाहाA थ, अपरिरलिचत व्यलिक्त कI वे� अपना� घर म4 आना� दा� सांकत� थ� परन्त& चIर9 क� भाय सां� डिकसां9 श्चिभाखम�ग� कI घर म4 घ&सांना� नाहाA दा�त� थ�। वेहाe आडितथ्य सांत्कर अच्छी8 तरहा सां� डिकय जत थ।

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Question 5:                   अपंन� या�त्रा� की� दTर�न ल�'की की" डिकीन कीदिठन�इया; की� सा�मन� कीर

न� पंड़े�?Answer :

        या�त्रा� की� दTर�न ल�'की की" डिनम्नलिलखि'त कीदिठन�इया; की� सा�मन�  कीरन� पंड़े� -

(1)  उसा सामया +�रत�या; की" डितब्बत या�त्रा� की� अन<मडित नहा7 थो�। इसालिलए उन्हा, भि+'म�गाँ� की� रुपं म, या�त्रा� कीरन� पंड़े�।

(2)  च"र� की� �र सा� भि+'म�गाँ; की" वहा�) की� ल"गाँ घोर म, घो<सान� नहा7 द�त� थो�। इसा� की�रण ल�'की की" +� ठहारन� की� स्था�न की" ल�कीर कीदिठन�ई की� सा�मन� कीरन� पंड़े�।

(3)  ��)ड़े� थो"ङ्$ ल� जGसा� 'तरन�की जगाँहा की" पं�र कीरन� पंड़े�।(4)  लङ्$ की"र की� र�स्त� तया कीरत� सामया र�स्त� +टकी ज�न� की� की�रण

व� अपंन� सा�लिथोया; सा� डिबछड़े गाँए।

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Question 7:'          मK अब पं<स्तकी; की� +�तर थो�।'                 न�च� दिदए गाँए डिवकील्पं; म, सा� कीTन सा�

         इसा व�क्या की� अथोF बतल�त� हाG -(की)           ल�'की पं<स्तकी, पंढ़न� म, रम गाँया�।(')               ल�'की पं<स्तकी; की� शाGल्फ़ की� +�तर चल� गाँया�।(गाँ)             ल�'की की� च�र; ओर पं<स्तकी, हा� थो7।(घो)                 पं<स्तकी म, ल�'की की� पंरिरचया और लिचत्रा छपं� थो�।Answer :(की)             ल�'की पं<स्तकी, पंढ़न� म, रम गाँया�। ( )✓

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Question 8:                     सा<मडित की� याजम�न और अन्या पंरिरलिचत ल"गाँ लगाँ+गाँ हार गाँ�)व म, मिमल�।

        इसा आधा�र पंर आपं                 सा<मडित की� व्यलिक्तत्व की� डिकीनडिवशा�षत�ओं की� लिचत्राण कीर साकीत� हाK?

Answer :  सा<मडित की� च�रिरडित्राकी डिवशा�षत�ए) -

(1) सा<मडित व्यवहा�र की< शाल व्यलिक्त थो�।(2) उनकी� व्यवहा�र साबसा� मिमत्रात�पं�णF थो�।(3) व� जहा�) +� ज�त� थो� वहा7 अपंन� अच्छी� स्व+�व की� की�रण मिमत्रा बन�

ल�त� थो�।(4) अलगाँ- अलगाँ जगाँहा; पंर घो�मन� उन्हा, ज़्या�द� पंसा�द थो�।(5) व� एकी सा� अलिधाकी ब�र डितब्बत आ च<की� थो� और वहा�) की� हार एकी

गाँ�)व सा� +ल�- +�)डित पंरिरलिचत थो�।

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Question 9:'                          हा�ल�)डिकी उसा वक्त म�र� +�ष ऐसा� नहा7 थो� डिकी उन्हा, की< छ +� 'या�ल

   कीरन� च�डिहाए थो�।' -         उक्त कीथोन की� अन<सा�र हाम�र� आच�र-

                  व्यवहा�र की� तर�की� व�शा+�ष� की� आधा�र पंर तया हा"त� हाK।           आपंकी� सामझों सा� याहा उलिचत हाGअथोव� अन<लिचत,     डिवच�र व्यक्त कीर,।

Answer : बहुत हाद तकी व�शा- +�ष� हाम�र� आच�र- व्यवहा�र सा� साम्बन्धि^त हा"त� हाG।

व�शा- +�ष� मन<ष्या की� व्यलिक्तत्व की" दशा�Fत� हाG। उद�हारण की� तTर पंरसा�धा<- सा�त की" द�'कीर उनकी� सा�खित्वकी रूपं हाम�र� सा�मन� उ+रत� हाG।

उसा� प्रकी�र एकी भि+'म�गाँ� की� व�शा- +�ष� द�'न� पंर उसाकी� आर्थिथोbकी डिवप्पंणत� सा�मन� आत� हाG।

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Question 10:या�त्रा�- व त्तां��त की� आधा�र पंर डितब्बत की� +Tगाँ"लिलकी स्थिस्थाडित की� शाब्द-

लिचत्रा प्रस्त<त कीर,। वहा�) की� स्थिस्थाडित आपंव�फ र�ज्या/ शाहार सा� डिकीसा प्रकी�र भि+न्न हाG?

Answer : डितब्बत एकी पंहा�ड़े� प्रद�शा हाG। याहा�) बरफ़ पंड़ेत� हाG। इसाकी� सा�म�

डिहाम�लया पंवFत सा� शा<रू हा"त� हाG। ��)ड़े� की� ऊपंर सा� साम<द्र तल की�  गाँहार�ई लगाँ+गाँ 17-18  हाज़ा�र फ�ट हाG। पं�रब सा� पंभिkम की� ओर

डिहाम�लया की� हाज़ा�र; श्वे�त भिशा'र दिद'त� हाG। +�ट� की� ओर द@'न� व�ल� पंहा�ड़े; पंर न त" बरफ़ की� साफ़� द@ थो�,  न डिकीसा� तरहा की� हारिरया�ल�।

उत्तांर की� तरफ पंत्थर; की� ढ़�र थो�।

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Question 11:               आपंन� +� डिकीसा� स्था�न की� या�त्रा� अवश्या की� हा"गाँ�?       या�त्रा� की� दTर�न

       हुए अन<+व; की" लिल'कीर प्रस्त<त कीर,।Answer :

इसा प्रश्न की� उत्तांर अपंन� अन<+व; की� आधा�र पंर द,।

Question 12:                 या�त्रा�व त्तां��त गाँद्य सा�डिहात्या की� एकी डिवधा� हाG। आपंकी� इसा पं�ठ्यपं<स्तकी

   म, कीTन-     कीTन सा� डिवधा�ए)हाK?             प्रस्त<त डिवधा� उनसा� डिकीनम�यान; म, अलगाँ हाG?Answer :

   प्रस्त<त पं�ठ्यपं<स्तकी म, " महा�द�व� वम�F"   द्वा�र� रलिचत " म�र� बचपंन की�दिदन"  सा�स्मरण हाG। सा�स्मरण +� गाँद्य सा�डिहात्या की� एकी डिवधा� हाG। इसाम,

ल�खि'की� की� बचपंन की� या�द; की� एकी अ�शा प्रस्त<त डिकीया� गाँया� हाG।या�त्रा� व त्तां��त तथो� सा�स्मरण द"न; हा� गाँद्य सा�डिहात्या की� डिवधा�ए) हाK ज"डिकी एकी

दूसार� सा� भि+न्न हाG। या�त्रा� व त्तां��त डिकीसा� एकी क्षे�त्रा की� या�त्रा� की� अपंन� अन<+व; पंर आधा�रिरत हाG तथो� सा�स्मरण ज�वन की� डिकीसा� व्यलिक्त

डिवशा�ष या� डिकीसा� '�सा स्था�न की� स्म डित पंर आधा�रिरत हाG। सा�स्मरण की� क्षे�त्रा या�त्रा� व त्तां��त सा� अलिधाकी व्य�पंकी हाG।

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Question 13:                   डिकीसा� +� ब�त की" अन�की प्रकी�र सा� कीहा� ज� साकीत� हाG,   जGसा� -             सा<बहा हा"न� सा� पंहाल� हाम गाँ�)व म, थो�।

               पंT फटन� व�ल� थो� डिकी हाम गाँ�)व म, थो�।     त�र; की� छ�)व रहात�-        रहात� हाम गाँ�)व पंहु)च गाँए।         न�च� दिदए गाँए व�क्या की" अलगाँ-        अलगाँ तर�की� सा� लिलखि'ए -

'                      ज�न नहा7 पंड़ेत� थो� डिकी घो"ड़े� आगाँ� ज� रहा� हाG या� पं�छ�।'Answer :(1)              ज�न नहा7 पंड़ेत� थो� डिकी घो"ड़े� आगाँ� हाG या� मK आगाँ�।(2)  सामझों म, नहा7 आ रहा� थो� डिकी घो"ड़े� म�र� आगाँ� हाG या� पं�छ�।(3)  सामझों म, नहा7 आ रहा� हाG डिकी घो"ड़े� कीहा� गाँया�?

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Question 14:       ऐसा� शाब्द ज" डिकीसा� 'अ�चल'                 या�न� क्षे�त्रा डिवशा�ष म, प्रया<क्त हा"त� हाK उन्हा,

      आ�चलिलकी शाब्द कीहा� ज�त�             हाG। प्रस्त<त पं�ठ म, सा� आ�चलिलकीशाब्द ढूँ�)ढ़कीर लिलखि'ए।

Answer :   आ�चलिलकी शाब्द -

(1) की< च�-  की< च� (दया�-दया�)(2) थो<क्पं�

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Question 15:   पं�ठ म, की�गाँज़ा, अक्षेर,       मGद�न की� आगाँ� क्रमशा: म"ट�,     अच्छी� और डिवशा�

        ल शाब्द; की� प्रया"गाँ हुआ                         हाG। इन शाब्द; सा� उनकी� डिवशा�षत�उ+र कीर आत� हाG। पं�ठ म, सा� की< छ ऐ                   सा� हा� और शाब्द छ�)दिटए ज" डिकीसा� की� डिवशा�षत� बत� रहा� हा;।

Answer :(1)  '<डिफ़या� डिव+�गाँ(2)  अच्छी@ तरहा(3)  श्वे�त भिशा'र(4)  बरफ़ की� साफ़� द@

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नाम = डिबंक्रानात रUय. कक्षे = नाLवेA. 7र ='सां9'.

डिवेषाय = डिहान्दा8. स्कB ले = क� न्द्रा8य डिवेद्यालेय बं9.ई.ज9, प&ण� –

06.