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01| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
01 | BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
BEEInspIrEdआंत�रक प�रचालन हेतु
खादी और �ामो�ोग आयोगसू�म, लघु और मध्यम उ�म मं�ालय, भारत
सरकार
इस अंक म� : BEE INSPIRED
सीबीआरटीआई कवर स्टोरी
�िच के तौर परमधुमक्खीपालन
सीईओ का संदशे रा�ीय मधुमक्खीपालक सम्मेलन मिहला
मधुमक्खीपालक
फनी िस्�प्सएिपटू�रज़म स्लोवेिनया सुंदरबन मधु
क़ुतुबगढ़ आदशर् मधुमक्खीपालन
�ाम�ाज़ील �ोपोिलस
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मुख्य कायर्कारी अिधकारी क� कलम स.े..ि�य पाठक,
अ�ैल, िजसे हम बसंत ऋतु का दसूरामहीना भी कहते ह�, हमारे िलए
अपारउम्मीद� और खुिशयां भी लाता है और यहांकेवीआईसी म� हम हमारे न्यूज़
बुले�टन ‘बीइंस्पायडर्’ के दसूरे अंक के साथ इसी बसंतक� या�ा म� आगे
बढ़ रहे ह�।
इस अंक म�, हम आपको पेश कर रहे ह�सीबीआरटीआई क� कहानी, जो दशे
म�हमारा एक अ�णी साझेदार संगठन है औरिजसे एक पोषणीय तथा
मानक�कृतमधुमक्खीपालन �था� को िवकिसत करनेक� िजम्मेदारी स�पी गई ह।ै
यह अंकआपको रा�ीय मधुमक्खीपालक सम्मेल परजानकारी दगेा, िजसका आयोजन
पुणे म��कया गया और साथ ही केवीआईसी �ाराकुतुबगढ़ �ाम को आदशर्
मधुमक्खीपालन�ाम के �प म� सफलतापूवर्क गोद लेने क�जानकारी भी शािमल
ह,ै जो वाकई म�हमारे िलए �शंसा क� बात ह।ै
य�द आप मधुमक्खीपालन को एक �िच केतौर पर अपनाने क� सोच रहे ह� तो
यहअंक िनि�त ही आपको मधुमक्खीपालनक� बुिनयादी बात� पर मागर्दशर्न
�दानकरेगा। इसके अलावा, अंतरार्�ीय मिहला�दवस के उपल�य म� हमारे
पासतिमलनाडु से मिहला उ�िमता क� भावनापर एक िवशेष कहानी भी ह।ै
नवाचार आज क� ज�रत ह,ै और स्लोवेिनया�ारा अपनाए गए एिपटू�रज़्म तथा
�ाज़ीलके �ीन �ोपोिलस के सबसे अ�णी �यास� सेकुछ सीख लेने के िलए हमारे
पास दोन� पर�ेरणादायक कहानी भी ह।ै
िविवधता को बनाए रखने के िलए हमनेमधुमक्खी को सम�पर्त कॉिमक्स
िस्�प्स भीपि�म बंगाल के सुंदरबन मधु क� गौरव वपीड़ा गाथा के साथ शािमल
�कया ह।ै
मुझे उम्मीद है �क आपको इस अंक सेफायदमंेद जानकारी �ा� होगी तथा
आपकोइन लेख� को पढ़ने म� मज़ा भी आएगा।
पढ़ने का आनंद ल�!!
सु�ी �ीता वमार्मुख्य कायर्कारी अिधकारी
खादी और �ामो�ोग आयोगसू�म, लघु और मध्यम उ�म मं�ालय (भारत
सरकार)
02| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
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03| BEE INSPIRED | अंक 2 |अपै्रल 2019
क� �ीय मधुमक्खी अनुसंधान एवं �िशक्षण संस्थान (सीबीआरटीआई)
पुणे
भारतीय मधुमक्खीपालन के्ष� म� सम� िवकास लाने हतेु प�रकिल्पत एक
अ�णी संस्थान
केन्�ीय मधुमक्खी अनुसंधान एवं �िशक्षण संस्थान (सीबीआरटीआई)
वषर्1962 म� स्थािपत एक अ�णी संस्थान है िजसका उ�शे्य मधुमक्खीपालनको
मजबूती �दान करना तथा भारतीय मधुमक्खीपालन क्ष�े म� अनुसंधानऔर
�िशक्षण को गित दनेा ह।ै
वतर्मान म� केवीआईसी और सीबीआरटीआई अपने मौजूदा 15 राज्य�
केमधुमक्खीपालन िवस्तार केन्�� (एसबीईसी), 100 पंजीकृत
संस्थान�,सहकारी सिमितय� तथा राज्य खादी और �ामो�ोग बोडर् के
�ापकनेटवकर् के साथ पूरे दशे भर म� �िशक्षण कायर्�म� का संचालन करता
ह।ै
�ेरक उ�ेश्य• �ापक �िशक्षण (बुिनयादी और उ�त) और अनुसंधान
गितिविधय� को हाथ म� लेना• पा�रिस्थितक�, कृिष, और बागवानी पर
मधुमक्खी पालन �भाव
का आकलन कर�• मधुमक्खी और मधुमक्खीपालन का अध्ययन और �दशर्न बढ़ाना•
मधुमक्खी के छ�े के उत्पाद� पर जाग�कता पैदा करना• बाजार म� �शंसनीय
ढंग से शहद क� िवशेषता� को स्थािपत और
िचि�त करनाCBRTI
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सीबीआरटीआई गितिविधयां
04| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
एिपकल्चर खंड
मधुमक्खी पालन इनपुट कोमानक�कृत करता और मधुमक्खी क� नस्ल� और
एिपक्यूरल �था� म� सुधार करता है
जंगली मधुमक्खीरॉक-बी, ड्वाफर् -बी और �ाइगोना जैसी जंगली
मधुमिक्खय� को बढ़ावा देने के िलए मधुमक्खी जीव िवज्ञान और �वहार का
अध्ययन करता है
बी रसायनशहद और अन्य हाइव उत्पाद� के परीक्षण और शहद क� �संस्करण
तकनीक� कोमानक�कृत करता है
बी एंटोमोलॉजी और पैथोलॉजी
िविभ� मधुमिक्खय�, मधुमक्खी पालन िनयं�ण, मधुमक्खी रोग� और रोग
िनयं�ण का अध्ययन करता है
बी बॉटनी
पुष्प कैल�डर और �वास माग� के िनमार्ण के िलए वनस्पितय� का अध्ययन।
मधुमक्खी पौध� के प�रचय, गुणन और �सार और मधुमक्खी पौध� के पुष्प जीव
िवज्ञान के अध्ययन म� संल�।
मधुमक्खी पालन �िशक्षण
खंड म� 2 घंटे से 6 महीने तक के 15 अलग-अलग �िशक्षण मॉ�ूल ह�, जो
�ारंभकतार् से लेकर िवशेषज्ञ हतेु िडज़ाइन �कए गए ह�
एिपकल्चर खंड
बी एंटोमोलॉजी
और पैथोलॉजीजंगली मक्खी
बी पोिलनेशन
बी बॉटनी
बी रसायन
मधुमक्खी पालन
�िशक्षण
बी पोिलनशेन
फसल क� पैदावार और कृिष और बागवानी फसल� क� गुणव�ा पर
अध्ययन �भाव
सीबीआरटीआई �िशक्षण पा��म�.स.ं �िशक्षण का नाम अविध पा�ता
1 प�रचयात्मक पा��म 2 घंटे कॉलेज/स्कूल के छा�/�कसान/�ामीण और
आ�दवासी लाभा�थर्य� के िलए प�रयोजना से संबंिधत अिधकारी
2 हनी टे�स्टंग �कट म� �िशक्षण 1 �दन कोई भी �ि�
3 शहद का िव�षेण 5 �दन बीएससी रसायन िवज्ञान
4 हनी क� �ोस�ेसगं और ह�ड�लगं 5 �दन कोई भी �ि�
5 मधमुक्खी पालन म� अल्पाविध �िशक्षण पा��म 5 �दन �िच रखने
वाला/शौ�कया
6 एिपस मेिलफेरा का �बंधन 1 स�ाह मधुमक्खी पालन म� पृ�भूिम वाले
�ि�/मधुमक्खीपालक
7 पराग और �ोपोिलस सं�ह 1 स�ाह मधुमक्खी पालन म� पृ�भूिम वाले
�ि�/मधुमक्खीपालक
8 शहद का �ससं्करण, ह�ड�लगं और िव�षेण 10 �दन बीएससी रसायन
िवज्ञान
9 मधमुक्खी पालन म� टेलर-मडे कोसर् 10-15 �दन सरकारी
संगठन�/गैर-सरकारी संगठन�/मधुमक्खीपालन सहकारी सिमितय� के अिधकारी
10 �ाथिमक मधुमक्खी पालन पा��म 15 �दन एसएससी या समकक्ष
11 ��न रीय�रंग, परागण, मधुमक्खी पैथोलॉजी, सीएफ शीट 15 �दन
मधुमक्खी पालन म� पृ�भूिम वाले �ि�, �िच रखने वाला या शौ�कया
12 शहद और मधुमक्खी उत्पाद� क� �ौ�ोिगक� 15 �दन बीएससी रसायन
िवज्ञान/ मधुमक्खी पालन म� 5 साल का अनुभव13 जंगली मधुमिक्खयाँ
ह�ड�लगं कोसर् 20 �दन हनी हटंसर्/आ�दवासी
14 मधमुक्खी पालन म� स�टर्�फकेट कोसर् 1 माह एसएससी या समकक्ष
15 मधमुक्खी पालन म� िडप्लोमा पा��म 6 माह बीएससी (जीव िवज्ञान /
कृिष / वािनक�)
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चचार् के िवषयमधमुक्खी �जनन, स्वदेशी मधमुिक्खय� कासरंक्षण,
मानक�करण, िव�षेण सुिवधा,एफएसएसएआई �दशािनद�श, �दषूण �भाव,�वासन, शहद
का िवपणन, नवोन्मषेी एवं नये छ�ेके उत्पाद और िवपणन रणनीित
रा�ीय मधुमक्खीपालक
सम्मेलन{सीबीआरटीआई,पणुे म�
आयोिजत}
िवषय वस्तु : ‘मीठी �ांित क� या�ा से बी इंस्पायडर्’250 �ितभागी |
3 तकनीक� स� | 13 व�ा |
20 लाभा�थर्य� को 200 मधुमक्खी बक्से का िवतरण | 1 स्मा�रका | 5
�कयोस्क।
कायर्�म का अवलोकन
• ‘एक �दवसीय रा�ीय मधमुक्खीपालक बठैक2019-मीठी �ािंत क� या�ा’ के
आयोजन सेमीठी �ांित क� या�ा एक नये मोकाम पर प�चँगयी ह।ै
• इस सम्मलेन का सफलतापवूर्क आयोजन आयोग�ारा सीबीआरटीआई, पणुे के
सहयोग से �दनाकं27 फरवरी, 2019 को �कया गया।
• इस बठैक म� �मखु लाभाथ�, �ितभाशालीिव�ान, �मखु उ�ोगपित, िनणार्यक
सरकारीससं्थान और �मखु िविधक िनकाय� नेउत्साहपवूर्क भाग िलया।
05| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
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शौक के �प म� मधुमक्खीपालनतो आपको क्य� करना चािहए ....
क्या आपने कभी “मधुमक्खी क� तरह �स्त” शब्द सुना है ? क्या आपने
कभी सोचा है �क वास्तव म� मधुमक्खी �कतनी �स्त रहती ह�?
ठीक ह,ै य�द आपने नह� सोचा ह,ै तो आपको सोचना चािहए।
मधुमिक्खपालन�ित�दन लोकि�य होता जा रहा ह।ै यह एक �दलचस्प शौक है और
इसके कईफायदे ह�।
शु� करने से पूवर् इसके रोडमैप क� जाचं एवं इसक� अच्छी जानकारी
होनीचािहए।
मधमुक्खीपालन: हनी िमशन जाग�कता के बाद, आज परेू भारत म��िच का
पनु�त्थान हो रहा ह।ै ब�ा, वयस्क एवं बूढ़ा कोई भीमधुमक्खी पालक बन
सकता है (उ� कोई बाधा नह� ह�)।
आप स्थानीय आपू�तर्कतार्, सरकारी िनकाय� से परूा सेट खरीद/पछूताछ
अथवा कॉलोनी खरीद सकते ह।ै आपको न्यनूतम (02)कॉलोिनय� से ही शु�आत
करनी चािहए तथा साल के तीन� मौसमके अनभुव के बाद कुछ आगे बढ़ना अथवा
मौजूदा दो कॉलोिनय� सेसंतु� रहना चािहए।
भारत म�, 04 स्वदशेी �जाितयां पायी जाती ह�, िजनम� एिपससेराना
इंिडका या �ाइगोना (�स्टंगलसे) मधुमिक्खय� का संरक्षणएवं पालन �कया जा
सकता ह�। साथ ही, मधुमक्खीपालन शु� करतेसमय बी वेल, स्वमर् बैग, छ�ा
उपकरण, छोटे स्ट�ड, एंट वेलप्लेट/कटोरे और जूट बैग जैसे उपकरण खरीदना
सुिनि�त कर�।
आप अपने बालकनी, गाडर्न, बैकयाडर्, पाकर् , कम्युिनटी
गाडर्न/फामर्या अपने खेत म� पूवर् या दिक्षण-पूवर् क� ओर एक दसूरे के
बीच कमसे कम 03 फ�ट क� दरूी पर दो मधुमक्खी हाईव को रख सकते ह�,जहां
मधुमिक्खय� के िलए 250 मीटर से लकेर 01 �कलोमीटर क�र�ज म� पयार्� भोजन
उपलब्ध हो।
बी हाईव पर िवचार करते समय ना�रयल, सहजन (मो�रंगा),नीलिग�र, नीम,
जामनु, बबूल, सपुारी, करी प�े जसैे पेड़ पर खा��ोत हतेु िवचार करना
चािहए। आप कुछ फूल या पेड़ भी लगासकते ह�, िजसके चार� तरफ मधुमिक्खयाँ
गंूजना पसंद करती ह।ै
इसके अलावा, मधुमिक्खय� हतेु भोजन के अभाव के समय उनकेपालन-पोषण
हतेु चीनी का घोल वाला पानी �दया जा सकता ह।ै.
इसके अलावा, दो (02) मधुमक्खी छ�े रखने से अल्प समय म� ही�ितफल
होगा। वास्तव म�, एक �बंदु के बाद आप केवल दखेने,सीखने और उनसे �े�रत
होने म� घंट� िबताते ह�। आपको बस एकमहीने म� एक या दो बार उनका
िनरीक्षण करना होगा।
�त्येक 18/30 �दन� के बाद आपको अपनी कॉलोिनय� कािनरीक्षण करना
चािहए। आपके दो स�ाह म� आधे घंटे, एक माहम� एक घंटे और वषर् म� 12
घंटे आवश्यक ह।ै इसकेप�रणामस्व�प, आप्क को हनी, मोम, पराग और इनक�
अगलीपीढ़ी क� मधुमिक्खय� से लाभािन्वत ह�गे।
साथ ही, आपको मधुमिक्खय� को भोजन और पानी उपलब्ध नह�कराना होगा। वे
स्वयं के िलए इक�ा एवं खाते ह�। आपको केवलअकाल के दौरान अच्छे शेड एवं
चीनी िखलाने क� �वस्था करनीहोगी। आप खुद को ठगा महससू करने वाली दसूरी
बाधासावर्जिनक क्षे�� म� मधुमक्खी छ�े रखने क� अनुमित ह।ै
ल�ेकन अदंाज़ा लगाओ �क इसम� ऐसा क्या है !!! �क लोग इसकेबारे म�
काफ� उत्सुक और िजज्ञासु ह�। अिधकतर लोग इसक�अनुमित द�गे। तथािप,य�द
अनुमित नह� दतेे ह,ै तो आप लोग� क�सहमित से कुछ अन्य स्थान� पर
मधुमक्खी के छ�े रख सकते ह�।मधुमिक्खयां रखने से आपको खुशी और आंत�रक
संतुि� िमलेगी।
मधुमिक्खय� के छते से िमलने वाले �मुख लाभ :
• आपके स्वयं के िलए एवं उपहार के उ�ेश्य से तरल सोना(शु� क�ा
शहद), मोम,पराग एवं �ोपोिलस क� स्टाटर् अपफैक्टरी।
• आप �कृित के करीब रह�गे और स्वदशेी �जाितय� कासंरक्षण कर�गे।
• शौक के �प म� ब�� एवं वयस्क� के िलए अदभूत अनुभविमलेगा।
06| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
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"हनी िमशन कायर्�म म� मधुमक्खीपालन उन मिहला� के िलए आय और रोजगार
हेतु उपयु� है ,जो आय तो करना चाहती ह�, ले�कन घर से बाहर नह� जा सकती
ह�।“
�ीमती िथलागावथीगृहणी, तिमलनाडु“
अपनी रचनात्मकता, दढ़ृ सकंल्प और कौशल कोसािबत करते �ए, तिमलनाडु म�
मिहलाएंमधमुक्खीपालन करने के िलए आगे आई ह�।तिमलनाडु म� कुल 325
लाभा�थर्य� म� 147मिहलाएँ ह� ,जो कुल लाभा�थर्य� के 45 �ितशत ह�।
मधमुक्खीपालन गितिविधय� के तहत तिमलनाडु केइन रानी (मिहला)
’मधमुक्खीपालक� के प�रवार�को िव�ीय सहायता �दान �कया जाता ह� और देशभर
म� मिहला उ�िमता के िलए एक उदाहरणस्थािपत �कया जा रहा ह�।
स्फू�तर् योजना के तहत �ोस�ेसगं सयं�ं, िवनोवासवेा सगंम स्थािपत
�कया गया था। यह सयं�ं परूीतरह से मिहला� �ारा चलाया जाता ह।ै
भारत के रानी (मिहला) मधुमक्खीपालक (मिहला मधुमक्खीपालक पु�ष
वचर्स्व वाले उ�ोग क� बेिड़या ंतोड़ रही ह)ै
07| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
“ म� स्वयं का �वसाय शु� करना चाहती �।ँ भारत सरकार का हनी िमशन
कायर्�म से मेरे सपने को पूरा करने का बेहतर अवसर िमलता ह।ै ”
कुमारी क�रथाना छा�, तिमलनाडू
“म� अपनी आय से अपने प�रवार क� मदद करना चाहती थी। हनी िमशन ने
मझुे मरेी महत्वाकाकं्षासमझने म� मदद �कया। एक माह मधुमिक्खयां रखने
के बाद म�ने मधमुक्खीपालन के चमत्कार को दखेा है�क मधमुिक्खय� के समीप
मरेे िपता के खते म� ग�दा फूल क� विृ� �ई थी। इसके अलावा, मरेा अम�द
कापेड़ मधुमिक्खय� के शेड नीचे ब�त तेजी से बढ़ा। म� �कृित के हाथ� आय
पाकर खुश �ं।”
सु�ी िवथ्यामिणछा�, तिमलनाडु
“हनी िमशन हमारी सरकार �ारा लागू �कया जा रहा एक अच्छा िमशन है।
इसस े हम� आय के अित�र� �ोत पैदा करन ेम� मदद िमलती है। ”
�ीमती किवता कुमारीगृहणी, िबहार
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स्लोवेिनया एिप-टू�रज़म संबंधी मुख्य तथ्य :स्लोवेिनया को
'मधुमक्खीपालन का पालना' कहा जाता ह,ै जो मूल का�नर्योल
शहद मधुमक्खी का घर ह;ै दिुनया क� सबसे लोकि�य �जाितय� म� एक हैℵ
एिप-टू�रज़म स्लोवेिनया के िलए यूिनक ह,ै क्य��क यह एिप-टू�रज़म
�दाता को �मािणत करने वाला पहला एवं आिखरी दशे ह।ैℵ इस दशे म�
वतर्मान म� 9600 मधुमक्खीपालक, लगभग 12500 एिपयरी
एवं 170000 हाईव कॉलोिनयाँ ह।ैℵ दशे ने िव� मधुमक्खी �दवस क�
प�रकल्पना भी �कया ह।ै
स्लोवेिनया म� मधुमक्खी पयर्टन (एिपटू�रज़म)
या�ा क� �वृि� म� नई चहलपहल
1 हनी टे�स्टंग �ेल जाए : आप देश के एकमा� स्पाकर् �लगं चेस्टनट
शहद-आधा�रत शराब स्वाद ले सकत ेह�। आप शहद से बने िलकर, मीड, िसरका,
बीयर और बकरी के दधू के पनीर का
स्वाद भी ले सकते ह�।
2 एिपथेरेपी का दौरा कर�आप �ोपोिलस के औषधीय गणु� एवं रॉयल जेली के
रोग िनवारक �भाव के बार� म� सीख सकते ह।ै
3 एिपक� प जाए : चाहे आप मधुमक्खीपालन केसमथर्क हो अथवा एिप-उ�ोग
के बारे म� अिधक जानना चाहते है, स्लोवेिनया ��न �ी�डंग संबंधी िविभ�
एिपक� प का आयोजन करता है।
4 ईको-एिप-अनकूुल एस्टेट।स्लोवेिनया ने या�ा �वास हेतु ईको एवं
मधुमक्खी अनुकूल एस्टेट तैयार �कया है।
5 एिप-फोल्क्लोर क� खोजस्लोविेनया क� समृ� �ामीणलोक कला, जो दशे के
कईपारंप�रक स्टैक ऐजडे मधमुक्खीघर� म� �दखाई दतेी है - (यहमाना जाता
था �क मो�टफ़्समधुमिक्खय� को हाईव म� वापसजाने म� मदद करता ह।ै)
08| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
एिप-टू�रज़म म��चरु अवसर
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सुंदरबन हनी (ब्लड हनी)
‘पि�म बंगाल क� गौरव एवं पीड़ा गाथा
सुंदरबन (अथार्त: सुंदरता से भरा वन)• सुंदरबन, बंगाल क� खाड़ी म�
गंगा, ��पु� और मेघना न�दय� के संगम से
बना दिुनया का सबसे बड़ा �संगल �ैक म��ोव फारेस्ट (वन) क्षे� ह।ै•
यनूसे्को क� िव� धरोहर स्थल� के अतंगर्त सुदंरबन म� चार क्ष�े� को
सचूीब�
�कया गया है।• सुंदरबन म��ोव फारेस्ट (वन) क्षे� लगभग 10,000
�कलोमीटर2 का है िजसम�
से दो-ितहाई बांग्लादशे म� है और एक ितहाई भारत म� ह।ै• सुंदरबन
वनस्पितय� और �ाणी समूह से समृ� है और रॉयल बंगाल टाइगर
का घर ह।ै�ोत : www.sunderbannationalpark.in
सुंदरबन हनी / ब्लड हनी क्या है ???
• सुंदरबन जंगली स्वदशेी मधुमक्खी, एिपस डोरसाटा का �मुख �ाकृितक
आवासह।ै
• सुंदरबन म� दो अन्य स्वदशेी �जाितयां भारतीय मधुमक्खी और द िल�टल
बीभी मौजूद ह� परंतु उनका ब�त कम महत्व ह।ै
• मधुमिक्खय� के िलए भोजन ढँूढने के पौधे और बड़ी मधुमिक्खय� क�
कॉलोिनय�के िशकार क� �था का स�दय� से अभ्यास �कया जाता रहा ह।ै
• इस क्षे� के पारंप�रक शहद सं�हकतार् को 'मौिलस' कहा जाता ह।ै•
बाघ� के साथ संघषर् के कारण सुंदरबन म� �त्येक वषर् लगभग 5 शहद
सं�ाहक�
क� मृत्यु हो जाती है इस कारण ‘ब्लड हनी’ शब्द का �योग �कया गया
ह।ै• सुंदरबन शहद अपने एटंी-बैक्टी�रयल, एटंी-ऑक्सीड�ट,
एटंी-इंफ्लेमेटरी, एटंी-
�ाउ�नंग, एटंी-एल�जर्क, एटंी-पेरास��ी, एटंी-अल्सर, एटंी-�ूमर,
एटंी-वायरल�ॉपट� के िलए जाना जाता है और इसका उपयोग मोितया�बंद और �दय
रोग�के उपचार म� �कया जाता ह।ै
• सुंदरबन शहद क� अिधक मांग है परंतु इसक� गुणव�ा कम है और तुरंत
फेनउत्प� हो जाता ह।ै
09| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
िच� 1: मधुमक्खी के छ�े से शहद सं�ह
िच� 2: संुदरबन म� बी हाईव्स
िच� 3: शहद सं�ह �गित पर।
िच� 4: वैक्स के साथ एक� �कया गया शहद। िच� 5: मौिलस मुखौटा
�ोत: संुदरवन से मधुमक्खी पालन पौध� और शहद सं�ह पर एक समीक्षा
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10| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
कुतुबगढ़ क� कहानी(भारत का हनीगढ़)
कुतबुगढ़ के �ामीण अपनी'स्वीट िवरासत' कोिन�िलिखत तरीक� सेसुिनि�त
कर रहे ह�:ǁ नीम, जामुन, नीलिगरी
आ�द फ्लेवर के साथ शहदका उत्पादन
ǁ मस्टडर् हनी के उत्पादन केसाथ
ǁ बी �ोपोिलस, बी-वैक्स औरबी पोलन का उत्पादन
ǁ हनी शैम्पू, िसरका, साबुन,एप्पल साइडर
�ोत: टाइम्स ऑफ इंिडया
कुतुबगढ़ खादी और �ामो�ोग आयोग �ारा स्वीट रेवोलुशनके अंतगर्त
�दल्ली के �िस� शहर कुतुबगढ़ को अपनाया गया ह।ै यहसांसद �ीम�ी मीनाक्षी
लेखी �ारा गोद िलया गाँव भी ह।ै
हनी िमशन के तहत गांव के 10 लाभा�थर्य� को 100 बी बॉक्ससंिवत�रत
�कए गए।
�.3 लाख के अनुमािनत राजस्व के साथ नवंबर 18 को इसक� स्थापनाके बाद
से 1100 �कलो�ाम शहद का उत्पादन �कया गया।
खादी और �ामो�ोग आयोग ने हनी िमशन के अंतगर्त �िशिक्षत 10िवशेषज्ञ
�ामीण� के साथ "हनी हब" भी बनाया ह।ै
e
“हमने 485 �कलो�ाम शहदका उत्पादन �कया ह,ैिजसक� क�मत �.97,000
केलगभग ह।ै हम शहद केउत्पादन म� �रकॉडर् बनानाचाहते है ता�क लोग
हमारेगाँव को हनीगढ़ के �प म�जान सक� ।
- �दनेश �संह
e
“हमारे गाँव म� उपजाऊ कृिषभूिम है और हमारे गाँव नेफसल� क� उ�
पैदावार हतुेकई मौक� पर �शंसा हािसलक� ह।ै मुझे ख़�शी है �क अबयह दशे
क� राजधानी के िनकटसबसे अिधक शहद उत्पादकके्ष� के �प म� उभर रहा
ह।ै”
- हरीश राणा
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11| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019
�ाज़ीिलयाई�ीन �ोपोिलस
……. पोषक तत्व� का उम्मीद भरा �ोत
�ाज़ील मधुमक्खी पालन संबंधी प�रचय• दिुनया म� 11वा ंसबसे बड़ा शहद
उत्पादक और ल�ैटन
अमे�रका म� दसूरा सबसे बड़ा उत्पादक • 3,000 िविभ� मधुमक्खी �जाितय�
के िलए घर• �ाजील जैिवक शहद का सबसे बड़ा उत्पादक है• वषार् �चुर वन
होने के कारण �ाज़ील म� वषर् भर �ोपोिलस के
उत्पादन के िलए उिचत जलवायु और वातावरण मौजूद ह।ै
�ीन �ोपोिलस और उसक� िविश�ता के बारे म�…Π �ाज़ील का �ीन �ोपोिलस
अपने हरे रंग के कारण िव� स्तर पर जाना जाता ह।ैΠ यह एिपस मेिलफेरा
मधुमिक्खय� �ारा बनाया जाता ह।ैΠ �ाज़ील के सेराडो क्षे� के अ��क�
मधुमक्खी बेचा�रस डरेाकुनकुिलफोिलया डी.सी. पौध ेके
अिवकिसत प�ी क� किलय� से �ोपोिलस बनाती ह।ैΠ आसानी से अवशोिषत और
अिधक �भावी �ोपोिलस पूणर् वनस्पित ऊतक होते ह�।Π इसे अपने स��य संघटक,
आट�िपिलन-सी (एआरसी) से (एक गुणकारी एटंीऑिक्सड�ट, एटंी-
बैक्टी�रयल, एटंी-वायरल, एटंी-फंगल, एटंी-इंफ्लेमेटरी और
एटंी-ऑक्सीड�ट गुण होते ह�)।स्वास्थ्य संबंधी लाभ �ा� होते ह।ै
Π अंतररा�ीय बाजार म� �ोपोिलस का वािणिज्यक मूल्य ब�त अिधक ह।ै
“�ोपोिलस एिपस मेिलफेरा �ारा पौध� के रेिजन (टहिनयाँ, फूल� के
पराग, बटन और पेड़� के �रसाव) केिविभ� भाग� से एक� �कए गए घटक� के एक
ज�टल समूह �ारा बनाया गया है जो दरार को सीलकरने और तापमान को बनाए
रखने के िलए क�ट क� लार और एजंाइम के साथ छ�े म� जमा होते ह�।"
�ोत: �ाजील के �ोपोिलस के कायार्त्मक गुण: बाजार तक रासायिनक
संरचना से�ोत: �ाज़ीिलयाई �ीन �ोपोिलस: एक इम्यूनोमॉ�ूलेटरी गितिविध
�ारा एंटी-इन-एिमटरी �ॉपट�।
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12| BEE INSPIRED | अंक 2 | अ�ैल 2019 Source Courtesy: Highland
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