हेल एकिपरि पैनल n फगलोय (गुडुिी या अमृता) का सेिन कर। बेल से रस फनकालकर फिन म 2 बार (5-10 एमएल) करीब एक-एक टी-सपून ल। इसके कैपसूल भी आते ह। 500 एमजी का एक-एक फिन म िो बार कैपसूल ले सकते ह। n तुलसी के 7-8 प को गम पानी, िाय या िूध म उबालकर फिन म िो-तीन बार ल। तुलसी कैपसूल लेना है तो 500 एमजी का फिन म िो बार ल। n भुइं आंिला ल का 500 एमजी का कैपसूल सुबह-ाम ल। n सठ हि म फमलाकर ले सकते ह, 5-5 ाम सुबह और ाम। n हलिी िाला िूध सुबह-ाम ल। हलिी को िूध के साथ उबाल, फिर फपएं। n इनम से कोई एक ले ल। n अशिगंधा, आंिला या मुलहठी को फकसी भी प म खाएं। तीन म से एक कोई ल। n िमूल किाथ, रासनाफि कलाथ, पंिफतकत किाथ म से कोई एक 12-15 एमएल सुबह- ाम, खाली पेट ल। n सुिन घनिफट, योगराज गुगगुल या आयोगयिफधनी िटी म से कोई 500 एमजी से 1 ाम तक रोजाना फिन म िो बार ल। सचकनगसनया औि िग के मामले हाल म कुछ कम जि हए ह, लेसकन अब भी ढेि मिीज अलग-अलग तिह के बखाि औि उनिे जी िमसया को झेल िहे ह, खािकि शिीि के दद िे। इि तिह की िमसया िे जे तमाम िवाल के जवाब तलाशने के सलए एकिपरि िे बात की सयंका सिंह नेः क होमोपैथी म बुखर और उससे जुड दद क इलज मौजूद है? ि. आलोक कुमाि, पूि सलाहाकार, होमयोपैथी, आयुष फिभाग और कंसलटट, सििरगंज हॉलसपटल, होमयोपैथी के मुताफबक अगर बुखार तेज है तो यूपैटोररयम परिोफलएटम (Eupatorium Perfoliatum 30) या रस टॉकस (Rhus Tox 30) ले सकते ह। ये ििाएं िि और बुखार, िोन से राहत फिलाती ह। अगर फिकनगुफनया के लर ह तो लायकोपरफसयम (Lycopersicum 30) लेना बेहतर है। ये ििाएं िो-िो बूि फललकिड या पांि-पांि गोली फिन म 3-4 बार ले सकते ह। जब तक िि रहे, इन ििा को ले सकते ह। Q इन ददन के बुखर म दद इतन जद क हो रह है? A फिकनगुफनया और डगू म जो म तेज िि होता है। हालांफक इन फिन िल रहे िायरल िीिर से भी पेन की फकायत सामने आ रही है। िक फसि फकिसी का है। मसलन िायरल म कम, डगू म उससे जयािा और फिकनगुफनया म सबसे जयािा िि होता है। एक िक यह भी है फक िायरल का िि मसलस म होता है, जबफक फिकनगुफनया का जो म। यह जॉइंट पेन घुटने, एी, पंज, कुहफनय, हथेफलय म जयािा होता है। साथ ही अकन भी महसूस होती है। यह िि मसलस पेन के मुकाबले लंबे समय िलता है। पहले लगी िोट का िि भी िायरस अटक के बाि उभर आता है इसफलए अगर कह िोट लगी है तो उसे पूरी तरह ठीक हो जाने ि। Q दद की सथदत म बेड रे कब तक? दकतन मूवम कर? A जब तक बुखार रहे, बेड रेसट कर। बुखार के िौरान बेड पर ही सूम फयाएं यानी जो का हलका-िुलका मूिमट ु कर। मूिमट से बलड सपलाई बती है और हीफलंग जलिी होती है। िार-पांि फिन बाि फटन काम ु कर। हफते भर बाि नॉमल लाइि ु कर सकते ह। Q डइ म खसतौर पर क धन रखे? A फजस फकसी को भी तेज बुखार है ( िाहे कोई-सा भी बुखार हो), उसे हर घंट बाि फगलास भर फललकिड लेना िाफहए। बेहतर है फक मरीज को खाली पानी के बजाय नीबू-पानी, ओरआरएस का घोल, फकंजी, नाररयल पानी, जूस, िूध, छाछ, फमलक ेक आफि पीने को ि। फिन म 12-15 फगलास फललकिड ल। बुखार के िौरान रीर म पानी की कमी हो जाती है। खाने म िल, सलबजयां, िाल आफि जयािा खाएं। बुखार के िौरान ठोस खाने के बजाय सेमी-सॉफलड और कम मसाले िाला खाना खाएं। फिटाफमन-सी (नीबू, संतरा, कीिी आफि) भी खाएं। ये मेटाबॉफलजम बाते ह। िाय-कॉिी से परहेज कर। ये फललकिड को रीर म सही से जजब नह होने िेत। Q दद म दसकई दकतनी करगर है? A फसकाई से िि म राहत फमलती है। अगर बहुत तेज और सूई जैसा तीखा पेन है तो आइस पैक से फसकाई कर। अगर िि हलका है और अकन जयािा है तो हॉट पैक से फसकाई कर। अगर बुखार है तो हॉट पैक से फसकाई फबलकुल न कर। एसा भी कर सकते ह फक आइस पैक से ु कर और जब िि कम होने लगे तो हॉट पैक से फसकाई कर। आइस पैक के फलए एक पॉफलफथन म आइस भरकर उसके ऊपर हलका कपा लपेट कर फसकाई कर, जबफक गम फसकाई के फलए हॉट िॉटर बॉटल या गम पानी म टॉिल फभगोकर फसकाई कर। रोजाना फिन म 3-4 बार 10-15 फमनट फसकाई कर सकते ह। Q पेनदकलर े जेल लगएं नह? A िि होने पर पेनफकलर से या जेल लगा सकते ह। धयान रख फक िॉटर बेसड से जलिी रीर म जजब होते ह। ये पेन फकलर ह और िि के अलािा सूजन भी कम करते ह। आयोडकस भी लगा सकते ह। यह आयिफिक ोडकट है इसफलए फकसी तरह का नुकसान नह पहुंिाता। हालांफक कुछ एकसपट यह भी मानते ह फक फडकलोफिनैक सोफडयम (Diclofenac Sodium) उिराज लोग के फलए सेि नह ह। ये माकट म िोफिरॉन (Voveron), डोलो (Dolo), िोफलनी (Volini) आफि नाम से फमलते ह। इन लोग के फलए पैराफसटामोल (Paracetamol) या टामाडोल (Tramadol) लेने की सलाह िी जाती है। टामाडोल अलटासेट (Ultracet), एकयुपेन (Acupain), डोमाडोल (Domadol) आफि नाम से फमलता है। जेल या से फिन म 2-3 बार लगा सकते ह। हलके हाथ से लगाएं। तेज मसाज न कर। Q क पेनदकलर ले सकते ह? अगर हं, तो कब और दकतनी म म पेनदकलर लेन सही है? A जयािा िि होने पर पेनफकलर ले सकते ह लेफकन डगू की आंका पूरी तरह खतम होने के बाि ही। हाट, डायफबफटज और फकडनी के मरीज को खासतौर पर पेनफकलर से बिना िाफहए। जरत लगे तो पैराफसटामोल (Paracetamol) ल। 500-650 एमजी की फिन म िो-तीन बार ले सकते ह। यह बुखार के अलािा पेनफकलर भी है। फजनह बुखार नह है, िे टामाडोल (Tramadol) ले सकते ह। यह माकट म अलटासेट (Ultracet), एकयुपेन (Acupain), डामोडोल (Domadol) आफि नाम से फमलती है। 50-100 एमजी की फिन म 2-3 बार तक ले सकते ह। ये ििाएं सेि ह और जब तक जरत लग, ले सकते ह। बाकी कोई ििा भी ििा डॉकटर से पूछकर ही ल। िैसे, पेनफकलर कम-से-कम ही खाना िाफहए। कोई भी ििा खाली पेट न ल। Q दिदजोथेरदप की जरत कब पडती है? दकतने ददन तक करएं दिदजोथेरपी? A अगर 8-10 फिन बाि भी िि कम न हो तो फिफजयोथेरफपसट के पास जाएं। िि की िजह से फजन जॉइंटस का लंबे समय तक नह मूि नह कर पाते, िे अक जाते ह। फिफजयोथेरफपसट उन जॉइंटस को िलाते ह और इसम िि भी नह होता। 60 साल से जयािा उ के लोग को फिफजयोथेरपी की जयािा जरत पती है। 8-10 फसफटगस म जॉइंटस से राहत फमल जाती है। िैसे, जयािा िि होने पर आप फिफजयोथेरफपसट से टस (TENS) की मांग भी खरीि सकते ह। यह छोटी-सी मीन होती है तो जो हलके इलेलकटकल करंट से नवस को लसटमुलेट करती है और पेन को बलॉक करती है। इसकी सेफटग फिफजयोेरफपसट से करानी िाफहए। यह 2-4 हजार म आती है। Q कब दमलेगी दद से रहत? A जहां तक इस िि से राहत का सिाल है तो यह 2-3 हफते से लेकर करीब साल भर तक िल सकता है। यह कािी हि तक मरीज की इमयुफनटी पर भी फनभर करता है। मोटतौर पर फिकनगुफनया के 70-80 िीसिी मरीज 2-3 हफते म ठीक हो जाते ह, जबफक बाकी 20-30 िीसिी के िि ठीक होने म महीन लग सकते ह। कुछ मरीज के िि को पूरी तरह ठीक होने म साल भर भी लग सकता है। Q क तेल मदलश से कोई िद होत है? A माफल इस तरह के िि म िायिेमंि नह होती। मसलस ररलैकस होने से फसि िौरी राहत महसूस होती है। Q एकसरसइज दकतने ददन बद शु कर? A बुखार उतरने और िि कम होने के बाि (करीब 8-10 फिन म) एकसरसाइज ु कर सकते ह। ुआत म सटििाली और कॉफडयो िाली (सिीफमंग, साइकफलंग, जॉफगंग आफि) एकसरसाइज कर। सटथ यानी िजन उठाने िाली एकसरसाइज महीने भर तक न कर। बुखार के बाद के दद का इलाज ि. आि. के. सिंघल, हेड, इंटरनल मेफडफसन, बीएल कपूर सुपर सपेफलटी हॉलसपटल ि. पासमला दआ आयुिफिक एकसपट, फडपाटमट ऑि िामाकॉलजी, एमस ि. िाजीव अवाल हेड, नयूरो-फिफजयो यूफनट, एमस िेखा शमा ेफजडट, डायफबफटज िाउडन ऑि इंफडया Q आयुिि म बुखार और िि का कया इलाज है? A आयुिि म फिकनगुफनया िीिर का फज नह है, लेफकन इसी से फमलते-जुलते संफध-जिर का फज है, फजसके लर बुखार, जो म िि और सूजन आफि ह। इसी के आधार पर फिकनगुफनया का इलाज फकया जाता है। िि के फलए यहां िी गई ििाएं कािी असरिार ह: नोटः ये सारी िीज िि से तो राहत फिलाती ही ह, बुखार भी ठीक करती ह। जब तक तफबयत ठीक न ह, फनयफमत प से लेते रह। आय वद म भी अििदाि इलाज है मौज द होमयोपैथी भी सदलाती है दद िे िाहत नोट: यहां बताई गई बात आपकी जानकारी बाने के फलए ह। कोई भी ििा अपने डॉकटर से पूछकर लेना बेहतर है। Q Imagesbazaar