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सामा�य अ�ययन ��न प� - 2 से स�बं�धत :
राज�यव�था और शासन :
1. भारतीय चनुाव आयोग राजनी�तक दल� के �खलाफ �या कार�वाई कर सकत
ेह�? : �द�ल� उ�च �यायालय
�संग : • �द�ल� उ�च �यायालय के म�ुय �यायम�ूत� राज�� मेनन व
�यायम�ूत� वी के राव क� पीठ ने �नवा�चन आयोग पर तीखी �ट�पणी करत ेहुए
पछूा �क 'राजनी�तक दल� के �खलाफ कार�वाई करने म� �या चनुाव आयोग
शि�तह�न है? आ�खर राजनी�तक दल� क� आय और खच� के �यौरे को लेकर �दए गए
हाई कोट� के आदेश� का पालन �य� नह�ं हो रहा है।'
म�ुदे का �ववरण : • गौरतलब है �क राजनी�तक दल� क� आय व खच� को लेकर
गरै-सरकार� सगंठन 'एसो�सएशन फॉर डमेो�े�टक �रफाम�' ने जन�हत या�चका
दायर क� थी।
• या�चका पर सनुवाई के दौरान �नवा�चन आयोग ने �द�ल� उ�च �यायालय क�
खडंपीठ को बताया �क वह ऐसी पा�ट�य� िज�ह�ने अपने खच� का खलुासा नह�ं
�कया है, को लगातार प� �लखता रहा है। • “म�ुय �यायाधीश राज�� मेनन और
�यायम�ूत� वी.के. राव क� खडंपीठ ने कहा �क‘‘आपने उ�ह� �लखा, ले�कन
उ�ह�ने इसका पालन नह�ं �कया। अब आगे �या? जब अनपुालन नह�ं �कया गया
है, तो हम� बताएं �क आप �या करना चाहत ेह�? आपके पास �या शि�तयां ह�?
आपका जवाब आपक� तरफ से बेबसी का सकेंत देती है।’’
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• अदालत ने अग�त 2014 म� ‘पाट� कोष एव ंचनुावी खच� म� पारद�श�ता और
जवाबदेह�’ पर �दशा-�नद�श जार� �कया था। अदालत ने यह �नद�श NGO
एसो�सएशन फॉर डमेो�े�टक �रफॉ�स� क� जन�हत या�चका पर सनुवाई के दौरान
�दया था।
• या�चकाकता� के वक�ल अर�वदं �नगम व अ�भम�य ु�े�ठ ने कहा �क स�ुीम
कोट� ने माना है �क राजनी�तक दल� के �खलाफ कार�वाई के �लए �नवा�चन
आयोग के पास पया��त अ�धकार ह�।
चनुावी सधुार क� सीमाएँ - 2017 : वत�मान सरकार ने राजनी�तक फं�डगं
म� तीन बड़ ेबदलाव �कए ह�- • भारत सरकार �वारा राजनी�तक बजट म�
पारद�श�ता बढ़ाने के उ�दे�य से क� ��य बजट 2017-18 म� चनुावी बॉ�ड
योजना क� घोषणा क� गई थी। इसका उ�दे�य राजनी�तक दल� को बड़ ेपमैाने पर
द� जाने वाल� बेनामी नकद चदें पर नकेल कसना है, िजसक� वजह से
अथ��यव�था म� काले धन क� उ�प�� होती है। यो�य राजनी�तक दल केवल अपने
ब�क खात� के मा�यम से ह� चनुावी बॉ�ड� को लेन-देन कर सकत ेह�। चनुावी
बांड केवल भारत के नाग�रक �वारा खर�दे जा सकत ेह�। एक �यि�त या तो
अकेले या अ�य �यि�तय� के साथ संय�ुत �प से चनुावी बांड खर�द सकता है।
चनुावी बांड पर लेनदार या खर�ददार का नाम नह�ं होता है।
• नकद दान : इसके �वारा नकद दान क� सीमा 20,000 �पये से घटाकर
2,000 �पये कर द� गई है। • कॉप�रेट फं�डगं : कॉप�रेट फं�डगं पर कैप
(सीमा) जो पहले तीन साल के �लए एक कंपनी के औसत वा�ष�क लाभ का 7.5% पर
तय �कया गया था, को हटा �दया गया है।
आगे का रा�ता :
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राजनी�तक दल� को RTI अ�ध�नयम के तहत ‘साव�ज�नक �ा�धका�रय�’ के �प
म� मा�यता द� जानी चा�हए और उ�ह� RTI �नयम� के तहत लाया जाना
चा�हए।
• राजनी�तक पा�ट�य� को �मलने वाले नकद दान को परू� तरह से समा�त
करने क� आव�यकता है या नकद दान से �ा�त कुल रा�श पर एक सीमा तय करने
क� आव�यकता है।
• �कसी �वशषे �यि�त या सं�था �वारा खर�दे जा सकने वाले इले�टोरल
बॉ�ड का म�ूय ��तब�ंधत होना चा�हए।
• चनुाव� क� कॉप�रेट फं�डगं को �व�भ�न सीमा और अ�य �नयम� �वारा कम
करने क� आव�यकता है।
2. नागाल�ड �वधानसभा �वारा नाग�रकता �वधेयक खा�रज :
�संग : • नागाल�ड �वधानसभा ने 26 �वप�ी �वधायक� �वारा वॉकआउट के
बीच �ववादा�पद नाग�रकता (सशंोधन) �वधेयक-2016 को खा�रज करत ेहुए एक
��ताव पा�रत �कया है। नागाल�ड �वधानसभा म� �वधेयक को खा�रज करत ेहुए
कहा गया �क इसे नागाल�ड म� लाग ूनह�ं �कया जा सकता है �य��क यह
"सं�वधान के तहत नागाओ ंके अ��वतीय इ�तहास और ि�थ�त" को �भा�वत करेगा।
यह �वधेयक ने�य ू�रयो �वारा �वधानसभा म� पेश �कया गया था।
• इस ��ताव म� नाग�रकता संशोधन �वधेयक के �वरोध म� पवू��र के रा�य�
और समदुाय� के साथ एकजटुता भी �य�त क� गई। �य��क इसम� जनसांि�यक�य
�ोफ़ाइल
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को बदलने क� �मता है, जो �क यहां के मलू जनजा�तय� के �हत के �खलाफ
होगी। इससे �नि�चत तौर पर उनके राजनी�तक, सां�कृ�तक और आ�थ�क अ�धकार
छ�न सकत ेह� जो उ�ह� संवधैा�नक तौर पर �मले ह�।
नाग�रकता (सशंोधन) �वधेयक, 2016 : • नाग�रकता (सशंोधन) �वधेयक,
2016 को लोकसभा म� ‘नाग�रकता अ�ध�नयम’ 1955 म� बदलाव के �लए लाया गया
है। • क� � सरकार ने इस �वधेयक के ज�रए अफगा�न�तान, बां�लादेश और
पा�क�तान के �हदंओु,ं �सख�, बौ�ध�, जनै, पार�सय� और ईसाईय� को �बना
वधै द�तावेज के भारतीय नाग�रकता देने का ��ताव रखा है। इसके �लए उनके
�नवास काल को 11 वष� से घटाकर छह वष� कर �दया गया है। यानी अब ये
शरणाथ� 6 साल बाद ह� भारतीय नाग�रकता के �लए आवेदन कर सकत ेह�।
• इस �बल के तहत सरकार अवधै �वा�सय� क� प�रभाषा बदलने के �यास म�
है। • 1985 के असम समझौत ेम� नाग�रकता �दान करने के �लए कटऑफ �त�थ 24
माच� 1971 थी। नाग�रकता �बल म� इसे बढ़ाकर 31 �दसबंर 2014 कर �दया गया
है।
सामा�य अ�ययन ��न प� - 3 से स�बं�धत :
1. भारतीय �रजव� ब�क ने 3 ब�को को �व�रत सधुारा�मक कार�वाई (PCA)
क� पाब�ंदय� से म�ुत �कया :
�संग : • भारतीय �रजव� ब�क ने 3 ब�क� (इलाहाबाद ब�क, कॉरपोरेशन ब�क
और धनल�मी ब�क ) को PCA क� पाब�ंदय� से म�ुत कर �दया है।
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• �रजव� ब�क ने एक बयान जार� कर कहा �क, ''26 फरवर� को हुई बठैक म�
PCA �नगरानी सचूी म� रखे गए ब�क� के �दश�न क� समी�ा क� गई और पाया गया
�क 21 फरवर� को सरकार क� तरफ से द� गई नई पूजंी के बाद इलाहाबाद और
कॉरपोरेशन ब�क के पूँजी भडंार म� इजाफा हुआ है, जो अ�नवाय� �नयामक�य
पूजंी से अ�धक है।' इस�लए आरबीआई ने इन दोन� ब�क� को PCA क� �नगरानी
से बाहर करने का फैसला �लया है।
• RBI ने �नजी �े� के धनल�मी ब�क को भी PCA क� पाबं�दय� से म�ुत कर
�दया है �य��क इसका नेट NPA (गरै �न�पादक आि�तय�) �दसबंर �तमाह� म�
घटकर 2.93 फ�सद हो गया है जो �पछले साल समान अव�ध म� 4.08 फ�सद
था।
• PCA से बाहर होने का मतलब होता है क� ये ब�क अब ऋण दे सकत ेह�
साथ ह� इन ब�को पर RBI �वारा लगायी गयी पाब�ंदयां भी समा�त हो जाती
है।
�व�रत सधुारा�मक कार�वाई (PCA) : • �व�रत सधुारा�मक कार�वाई (PCA)
RBI �वारा �नय�ं�त एक तरह का ढाँचा है, जो �कसी ब�क क� �व�ीय सेहत का
पमैाना तय करता है।
• यह ढाँचा समय-समय पर हुए बदलाव� के साथ �दसबंर, 2002 से चल रहा
है। यह ढाँचा सभी �यावसा�यक ब�क� स�हत छोटे ब�क� तथा भारत म� शाखा
खोलने वाले �वदेशी ब�क� पर भी लाग ूहै।
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• RBI को जब लगता है �क �कसी ब�क के पास जो�खम का सामना करने के
�लए पया��त पूजंी नह�ं है तो उस ब�क को ‘PCA’ म� डाल �दया जाता है,
ता�क उसक� �व�ीय ि�थ�त सधुारने के �लए त�काल कदम उठाए जा सक� ।
• कोई ब�क कब इस ि�थ�त से गजुर रहा है, यह जानने के �लए RBI ने कुछ
सचूक तय �कए ह�, िजनम� उतार-चढ़ाव से इसका पता चलता है,जसेै CRR, NET
NPA आ�द।
संपादक�य :
अ�तरा����य म�ुदे :
भारत �वारा पा�क�तान के बालाकोट म� जशै �श�वर पर बमबार� (ज�र� था
यह कदम) :
�संग : • भारत ने पलुवामा म� 14 फरवर� को हुए आतंक� हमले के 12 व�
�दन सबुह कर�ब 3.30 बजे भारत ने पा�क�तान के खबैर प�तनूवा ि�थत
बालाकोट म� आतंक� सगंठन जशै के �ठकान� पर हवाई हमले �कए।
• इस हमले को अजंाम देने के �लए भारत ने �ांस से ख़र�दे गए लड़ाकू
�वमान �मराज-2000 का इ�तमेाल �कया। इस हमले म� जशै-ए- मोह�मद के कर�ब
325 आतकं� और 25 से 27 �ेनर मारे गए है।
संपादक�य �व�लेषण :
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पलुवामा हमले के 12 �दन बाद भारतीय वायसेुना ने �नय�ंण रेखा (LOC)
पार कर पा�क�तान म� जशै ए महु�मद के सबसे बड़ ेआतंक� अ�ड ेबालाकोट को
�नशाना बनाया। इस हमले म� जशै के 200 से 300 आत�ंकय� के मरे जाने क�
पिु�ट हुई है। यह बीत ेकई दशक� म� भारत के �खलाफ पा�क�तान के �ायोिजत
छ�म य�ुध के �व��ध अब तक क� सबसे बड़ी कार�वाई है। • भारतीय वायसेुना
के �मराज-2000 लड़ाकू �वमान� �वारा यह हमला पा�क�तान के खबैर-प�तनू�वा
�ांत के बालाकोट म� �कया। इसके �लए उ�ह�ने न �सफ� �नय�ंण रेखा पार क�,
बि�क पा�क�तानी सेना क� भार� उपि�थ�त वाले पाक क�जे वाले क�मीर को भी
सफलतापवू�क पार �कया।
• पा�क�तानी वायसेुना ने ��तरोध करने क� को�शश क�, ले�कन हमारे
लड़ाकू �वमान न केवल जशै के आतकं� �ठकान� को न�ट करने, बि�क सकुशल
भारतीय सीमा म� लौटने म� भी कामयाब रहे और ये सब पाक वाय ुसेना के
एलट� पर रहने और लगातार ग�ती उड़ान भरने के बावजदू हुआ।
• खबैर प�तनू�वा �ांत म� न �सफ� भारत के �व��ध आतंकवाद फैला रहे
जशै ए महु�मद जसेै संगठन स��य है�, बि�क अफगा�न�तान म� लड़ रहे ता�लबान
और ह�कानी नेटवक� जसेै आतंक� सगंठन� के भी �ठकाने ह�।
• भारत का यह �हार न �सफ� क�मीर म� स��य जशै ए महु�मद जसेै आतकं�
सगंठन� के �लए आघात है, बि�क अफगा�न�तान म� स��य ISI के �प�ठू ता�लबान
के �लए भी चेतावनी है �क अगर अमे�रक� फौज के अफगा�न�तान से जाने के
बाद उ�ह�ने भारतीय �हत� को �नशाना बनाया तो उ�ह� भी ऐसे ह� हमले झलेने
पड़ सकत ेहै�।
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• इस स�ैय कार�वाई के बाद अफगा�न�तान म� ि�थरता स�ुनि�चत करने के
�लए चल रहे �यास� म� भारत क� मह�ा बढ़ेगी।
• अब अगर पा�क�तान �कसी तरह क� जवाबी कार�वाई करता भी है तो न �सफ�
परेू �व�व म� आतं�कय� के बचाव म� य�ुध करता �दखेगा, बि�क भ�व�य म�
आतंक� हमले क� सरूत म� भारत को �फर से ऐसी कार�वाई करने से रोक नह�ं
पाएगा।
• इस कार�वाई के बाद यह साफ़ हो गया है �क पा�क�तान म� आतंक� और
उनके आका उस बे�फ�� से नह�ं रह पाएंगे जसेै वे पहले रहत ेथे। भारत
�वारा हमले क� रणनी�त : • इस हमले को अजंाम देने के �लए वायसेुना
�पछले 11 �दन� से अपनी रणनी�त पर काम कर रह� थी।
• 15 फरवर� : वायसेुना �मखु बीर�� �सहं धनोवा ने सरकार के सामने
हवाई हमले का ��ताव रखा और सरकार ने इस ��ताव को मजंरू� दे द�। •
16-20 फरवर� : वायसेुना और सेना ने �नय�ंण रेखा पर हेरोन ��स के साथ
एयरबोन� स�व�लांस �वारा हमले के �थान� का �नर��ण �कया। • 20-22 फरवर�
: वायसेुना और ख�ुफया एज��सय� ने हमले म� �नशाना बनाने के �लए संभा�वत
�थान� का खाका खींचा। • 21 फरवर� : रा���य सरु�ा सलाहकार अजीत डोभाल
के सामने हवाई हमले के �लए सभी �वक�प� को ��ततु �कया गया। • 22 फरवर�
: एयर ��ाइक �मशन के �लए �मराज लड़ाकू �वमान क� 1-��वा�न ‘टाइगस�’ और 7
��वा�न ‘बटैल ए�सेस’ को स��य �कया गया। • 24 फरवर� : इन लड़ाकू �वमान�
�वारा म�य भारत म� अ�यास �कया गया, इसम� ब�ठंडा के अल� वा�न�ग जेट और
आगरा के हवा म� �धन भरने म� स�म �वमान भी शा�मल हुए।
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• 25-26 फरवर� क� रात : रात कर�ब 3.30 पर ऑपरेशन श�ु �कया गया,
लेजर गाइडडे बम से लसै 12 �मराज 2000 लड़ाकू �वमान� ने �वा�लयर से उड़ान
भर�। • ब�ठंडा से एक अल� वा�न�ग जेट और आगरा से हवा म� �धन भरने म�
स�म एक जेट ने भी उड़ान भर�, इसके अलावा एक हेरोन स�व�लांस �ोन क� भी
मदद ल� गई। • हमले से पहले �मराज के पायलट� ने ल�य� को आ�खर� बार परखा
और �फर हमले को अजंाम देने क� �वीकृ�त �मल�। • �मराज �वमान� ने
मजु�फराबाद के पास �नय�ंण रेखा �े� म� कम ऊंचाई पर उड़ान भर�। • ल�य�
को �नशाना बनाने के �लए लेजर पॉ�स का इ�तमेाल �कया गया। • �मशन को
तड़के 3.20 से 3.30 बजे के बीच अजंाम �दया गया।
हमले म� इ�तमेाल �मराज-2000 के बारे म� : • पा�क�तान म� घसुकर
भारतीय वायसेुना ने आतंक� �ठकान� पर हमला �कया है। इस हमले म�
वायसेुना का �मराज-2000 �वमान शा�मल थे। �मराज-2000 �वमान कर�गल य�ुध
के दौरान भी अहम भ�ूमका �नभा चकेु ह�।
• �मराज-2000 �वमान का �नमा�ण �ांस क� कंपनी डासो ए�वएशन ने �कया
है। यह वह� कंपनी ने िजसने राफेल का �नमा�ण �कया है।
• पहल� बार 1970 म� उड़ान भरने वाला �मराज 2000 �� च म�ट�रोल, �सगंल
इंजन चौथी पीढ़� का फाइटर जेट (लड़ाकू �वमान) है।
• अब तक 600 �मराज-2000 �वमान� का �नमा�ण �कया जा चकुा है और ये
लगभग 9 देश� म� अपनी सेवा दे रहे ह�।
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• �मराज 2000 क� अ�धकतम र�तार 2,000 �कलोमीटर ��त घटंा है।
• यह �वमान बड़-ेबड़ ेरॉके�स और �मसाइल के प�रवहन म� स�म है। यह 30
mm के रॉके�स, कई तरह क� �मसाइल� और लेजर गाइडडे बम� को एक साथ ले जा
सकता है। इसक� �कै�नगं र�ज 145 �कलोमीटर है जो आज के अ�य �कसी लड़ाकू
�वमान� क� तलुना म� कम है।
• अ�टूबर 1982 म� भारत ने 36 �सगंल सीटर �सल�डर �मराज 2000 HS और 4
डबल सीटर �मराज 2000 TSS का ऑड�र �दया था। • �मराज-2000 लड़ाकू �वमान
को 29 जनू 1985 म� भारतीय वायसेुना क� नंबर-7 ��वा�न म� औपचा�रक �प से
शा�मल �कया गया।
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मह�वपणू� त�य :
1. असम सरकार �वारा माता-�पता क� उपे�ा करने वाले कम�चा�रय� के
वेतन म� कटौती करने के �लए आयोग का गठन : • असम सरकार ने अपने
कम�चा�रय� को उनके आ��त बजुगु� माता-�पता और शार��रक �प से �वकलांग
भाई-बहन� क� देखभाल न करने वाल� के �लए प�रकि�पत नी�त के तहत मामल� क�
सनुवाई के �लए तीन सद�यीय आयोग का गठन �कया है।
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• तीन सद�यीय PRANAM (परै��स �र�पॉि�स�ब�लट� एंड नॉ�स� फॉर
अकाउंटे�ब�लट� एंड मॉ�नट�रगं) कमीशन का नेत�ृव म�ुय आय�ुत वी.बी.
�यारेलाल �वारा �कया जायेगा। पवू� �वधायक अलका देसाई सरमा और सामािजक
काय�कता� जगुाबाला बरुगो�हन आयोग म� अ�य दो आय�ुत ह�गे।
• म�ुयम�ंी सबा�नदं सोनोवाल ने पनैल क� घोषणा करत ेहुए एक काय��म
म� कहा, "हम� उ�मीद है �क यह नी�त उन कम�चा�रय� पर �भावी जो अपने
माता-�पता और शार��रक �प से �वकलांग भाई-बहन� क� उपे�ा करत ेह�।"
• �पछले साल 2 अ�टूबर को लाग ूक� गई नी�त म� कहा गया है �क अगर कोई
कम�चार� अपने आ��त माता-�पता और शार��रक �प से �वकलांग भाई-बहन� को
नजरअदंाज करने का दोषी पाया जाता है, तो उसको �मलने वाले वेतन का 10
से 15 ��तशत काट �लया जायेगा और यह रकम आ��त माता-�पता या �द�यांग
भाई-बहन� के ब�क खात ेम� जमा क� जाएगी।
2. सजुलाम सफुलाम जल सचंय अ�भयान : • गजुरात के म�ुयमं�ी �वजय
�पानी �वारा 1 मई 2018 को श�ु क� गयी 'सजुलाम सफुलाम जल संचय अ�भयान'
के दसूरे चरण क� श�ुआत कर द� गयी है।
• इस अ�भयान के अतंग�त सरकार अगले 1 मह�ने म� 11000 लाख वग� फुट
वषा� जल भंडारण क� अ�त�र�त �मता बनाएगा साथ ह� परंपरागत जल ससंाधन� क�
बहाल� के साथ लगभग 13,000 तालाब और चेक बांध� को गहरा कर �दया जाएगा।
• इस अ�भयान के दसूरे चरण म� 2.09 लाख घन मीटर बरसाती पानी स�ंह �कया
जाएगा।
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• दसूरे चरण म� रा�य सरकार जल सचंय के �लए 60 फ�सद� रा�श देगी जब�क
40 फ�सद� रा�श �ाम पंचायत, एनजीओ क� �ह�सेदार� के साथ अ�भयान को सफल
बनाया जाएगा।
UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न :
��न 1. हेपेटाइ�टस C के बारे म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1.
हेपेटाइ�टस C एक र�त ज�नत स�ंमण है। 2. हेपेटाइ�टस C असरु��त इंजे�शन
के मा�यम से होता है, िजसम� इंजे�शन �ग का उपयोग, �च�क�सा ���याएं और
यौन सपंक� शा�मल ह�। 3. हेपेटाइ�टस C महामार� अ��का और पि�चमी �शांत
के कुछ �ह�स� को �भा�वत करती है। �न�न�ल�खत म� से कौन गलत है / ह�? a)
केवल 1 b) केवल 3 c) केवल 1 और 2 d) उपरो�त सभी
उ�र : b �प�ट�करण : हेपेटाइ�टस B और C र�त ज�नत स�ंमण ह�।
हेपेटाइ�टस B का सचंरण �ारं�भक जीवन म� होता है और हेपेटाइ�टस C
असरु��त इंजे�शन के मा�यम से होता है, िजसम� इंजे�शन दवा का उपयोग, और
�च�क�सा ���याएं और यौन सपंक� शा�मल ह�। वायरस से होने वाला �ो�नक
स�ंमण यकृत को गंभीर �प से नकुसान पहंुचा सकता है, िजससे �सरो�सस और
हेपेटोसेललुर क� सर हो सकता है। ल�वर क� सर का खतरा
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�वकासशील देश� म� �वशषे �प से �यादा है। उदाहरण के �लए, उप-सहारा
अ��का म�, यकृत क� सर प�ुष� म� सबसे आम क� सर और म�हलाओ ंम� तीसरा
सबसे आम क� सर है। हेपेटाइ�टस B महामार� अ��का के कुछ �ह�स� और पि�चमी
�शांत �े� को सबसे अ�धक �भा�वत करता है, जब�क हेपेटाइ�टस C महामार�
समान �प से द�ुनया भर म� फैल� हुई है।
��न 2. ए�शयाई पाम �सवेट (ऊद�बलाव) के बारे म� �न�न�ल�खत पर �वचार
कर�। 1. ए�शयाई पाम �सवेट (परैाडॉ�सरुस हेम��ो�डटस) अनसुचूी II क� एक
�जा�त है जो व�यजीव सरं�ण अ�ध�नयम, 1972 के तहत सरं��त है। 2. ए�शयाई
पाम �सवेट (परैाडॉ�सरुस हेम��ो�डटस) को आम पाम �सवेट के �प म� भी जाना
जाता है, जो द��ण और द��ण पवू� ए�शया के, मलू �नवासी ह�। 3. IUCN के
अनसुार, ए�शयाई पाम �सवेट इस समय �चतंा का �वषय (�वलिु�त के कगार पर)
ह�। �न�न�ल�खत म� से कौन सा सह� है / ह�? a) केवल 1 b) केवल 3 c) केवल
2 और 3 d) उपरो�त सभी
उ�र : d �प�ट�करण: हाल ह� म� एक DNA फॉर��सक �व�लेषण ने एक �यि�त
को, जो ए�शयाई पाम �सवेट (परैाडॉ�सरुस हेम��ो�डटस) क� ह�या के आरोपी
था, को पकड़ने म� मदद क� है। ए�शयाई पाम �सवेट (परैाडॉ�सरुस
हेम��ो�डटस) अनसुचूी II क� एक �जा�त है जो व�यजीव संर�ण अ�ध�नयम, 1972
के तहत सरं��त है।
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ए�शयाई पाम �सवेट (परैाडॉ�सरुस हेम��ो�डटस) को आम पाम �सवेट के �प
म� भी जाना जाता है, ये द��ण और द��ण पवू� ए�शया के, मलू �नवासी ह�।
ये �यापक �प से हर जगह फैले हुए ह� ले�कन �यादातर द��णी चीन, उ�र�
�हमालय, द��णी भारत और �हदं महासागर, द��ण चीन सागर और �फल�पीन सागर
म� �वीप� म� पाए जात ेह�। ए�शयन पाम �सवेट एक मांसाहार� जानवर है, और
�सवेट क� अ�य �जा�तय� क� तरह यह भी मांस आधा�रत आहार पर जी�वत रहता
है। 2008 से ह� यह IUCN क� रेड �ल�ट म� शा�मल है।
UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न :
��न 1. �व�व �तर पर अपनी मजबतू उपि�थ�त दज� कराने के �लए भारत के
�लए यह बहुत आव�यक है �क वह �वदेशी �ौ�यो�ग�कय� का �वकास करे। कथन का
�व�लेषण कर�। (250 श�द)