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खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) 2006 प्रश्नपत्र का व्याख्यात्मक हल(Exam Date-25 May 2008)
उत्तय- D व्याख्या: बूदान आंदॉरन के प्रऱततक वऱनॉफा बाऱे थे।
वऱनॉफा बाऱे ने 18 अपै्रर 1951 भें आन्ध्र प्रदेल के ऩॉचभऩल्ली ऴे लुरूआत की। इऴ आंदॉरन का उदे्दश्य बूलभ का ऩुनवऱितयण कयना, गााँधी के यचनात्मक कामों, तकनीकों तथा ट्रस्टीशलऩ जैऴे वऱचायों के द्वाया ऴाभाशजक ऩडयऱततन राना था।
उत्तय- C व्याख्या: 1916 ई. भे फनायऴ वऱ्वववऱ्ारम की ्ाऩना ऩं भदन भॉवन भारऱीम के प्रमाऴों ऴे रृआ।
1913 ई. की शलक्षा ऴम्बन्धी नीवत एऱं 1917 ई. के ऴडैरय आमॉग के ऴुझाऱों के फाद 1916 भें भैऴूय वऱ्वववऱ्ारम, 1917 भें ऩटना वऱ्वववऱ्ारम, 1918 भें उस्मालनमा वऱ्वववऱ्ारम, 1920 भें अरीगढ़ वऱ्वववऱ्ारम एऱं 1921 भें रखनऊ वऱ्वववऱ्ारम की ्ाऩना रृई।
प्रश्न. उन्होंने कांग्रेऴ के फनायऴ अधधऱेलन की अध्यक्षता की। ऴूयत-पूट के फाद उन्होंन ेउदायऱाददमों का नेतृत्व वकमा। उन्होंने दलक्षण अफ्रीका ऩरंृच कय गााँधीजी के ऴाथ भवत्वऩूणत ऴेऱा की। उन्होंने ऴऱेंट्ऴ ऑप इंडडमा ऴॉऴाइटी की ्ाऩना की। लनम्नलरिखत व्यधिमों भें शजऴ ऩय उऩमुति कथन चडयताथत वॉते वैं, ऱव वै ?
उत्तय- D व्याख्या: गॉऩार कृष्ण गॉखरे ने 1905 के फनायऴ अधधऱेलन की अध्यक्षता की।
गॉऩार कृष्ण गॉखरे उदायऱादी नेता थे 1907 ऴूयत पूट के फाद उदायऱाददमों का नेतृत्व वकमा था। फनायऴ अधधऱेलन भें गॉखरे कॉ ‘वऱऩक्ष के नेता’ की उऩाधध दी गई। गॉखरे कॉ गााँधीजी ने अऩना याजनीवतक गुरू कवा था। 1915 भें गॉखरे की भृत्यु रृई।
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प्रश्न. नभक ऴत्याग्रव के दॊयान गााँधीजी के धगयफ्ताय वॉ जाने ऩय, आन्दॉरन के नेतृत्व का बाय शजन्होंने ऴम्भारा, ऱव थे ? (A) जऱावयरार नेवरू (B) ऴयदाय ऩटेर (C) अफुर कराभ आजाद (D) अब्बाऴ तैमफ जी
उत्तय- D व्याख्या: नभक ऴत्याग्रव 1930 के दॊयान गााँधीजी के धगयफ्ताय वॉ जाने ऩय आंदॉरन का नेतृत्व अब्बाऴ तैमफ जी ने वकमा।
ऴवऱनम अऱज्ञा आन्दॉरन (1930-31 ई.) के अन्तगतत नभक कानून तॉड़ने के उदे्दश्य ऴ ेभवात्मा गांधी ने 12 भाचत 1930 ई. कॉ 78 अनुमाधममों के ऴाथ ऴाफयभती आश्रभ (अवभदाफाद) ऴे दांडी (नॊऴायी शजरा, गुजयात) तक ऩैदर भाचत वकमा।
05 अपै्रर, 1930 कॉ ऱव दांडी ऩरृाँचे तथा 06 अपै्रर, 1930 कॉ दांडी भें नभक फनाकय अंग्रेजों के काननू की अऱज्ञा की शजऴके ऴाथ वी ऴवऱनम अऱज्ञा आन्दॉरन प्रायबं वॉ गमा।
फम्बई के धयऴाना भें ऴयॉशजनी नामडू, उ. प्र. ऴीभा प्रांत भें अब्दरु गफ्फाय खााँ तथा ऩूऱोत्तय बायत भशणऩुय भें गैडडनलू्य न ेदाण्डी भाचत का नेतृत्व वकमा।
ऴाभाशजक ऱालनकी मॉजना 1976 भें प्रायबं रृई थी। उ.प्र. ऱालनकी ऩडयमॉजना भाचत 1998 भें प्रायबं रृई थी। वडयत ऩटृी वऱकाऴ मॉजना 2012-13 भें प्रायबं रृई थी। आऩयलेन ग्रीन मॉजना 2001 भें प्रायबं रृई थी। टॉटर पॉयसे्ट कऱय मॉजना 2014-15 भें प्रायबं रृई थी।
प्रश्न. लनम्नांवकत याज्यों कॉ उनभें अनुऴूधचत जनजावतमों की आफादी के आधाय ऩय अऱयॉवी क्रभ भें व्यऱस्थ्त कीशजए, ऒय नीचे ददए कूट ऴे ऴवी उत्तय चुलनए :- A. डवभाचर प्रदेल B. उत्तय प्रदेल C. केयर D. तलभरनाडु कूट :
(A) C, B, A, D (B) B, D, C, A (C) D, B, A, C (D) C, D, A, B
उत्तय- C
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व्याख्या: अनुऴूधचत जनजावतमों की आफादी का आयॉवी क्रभ जनगणना 2011 के अनुऴाय – भध्यप्रदेल – भवायाष्ट्र – ऑडडला – याज्ान – गुजयात
अनुऴूधचत जनजातीम प्रवतलतता ऴऱातधधक ऩंजाफ (31.9%) भें वै। बायत की कुर जनऴंख्या भें अनुऴूधचत जनजावतमों की जनऴंख्या का प्रवतलत 8.6 वै।
उत्तय प्रदेल की जनजावतमां बायत की कुर अनुऴूधचत जनजावतमों की जनऴंख्या का 1.09 प्रवतलत बाग उत्तय प्रदेल भें ऩामा जाता वै। उत्तय प्रदेल की कुर जनऴंख्या भें अनुऴूधचत जावत का प्रवतलत 2011 की जनगणना के अनऴुाय 0.6% वै। उत्तय प्रदेल के जारॊन ऒय पैजाफाद शजरों भें एक बी जनजावत नवीं ऩाई जाती वै।
प्रश्न. ऴंवऱधान का कॊन ऴा अनुचे्छद फच्चों के लॉळण का लनळेध कयता वै?
(A) 19 (B) 17 (C) 23 (D) 24
उत्तय- D व्याख्या: अनुचे्छद- 24 फच्चों के लॉळण का लनळेध कयता वै इऴभें मे प्राऱधान वै वक 14 ऱळत ऴे कभ आमु के वकऴी बी फारक कॉ कायखाने मा खान भें लनमॉशजत नवीं वकमा जाएगा। सर्ता का अधिकार
अनुचे्छद 14 (वऱधध के ऴभक्ष ऴभता) अनुचे्छद 15 (धभत, भूरऱंल, जावत, लरिं ग मा जन्म्ान के आधाय ऩय वऱबेद का प्रवतळेध) अनुचे्छद 16 (रॉक लनमॉजन के वऱळम भें अऱऴय की ऴभता) अनुचे्छद 17 (अिृश्यता का अंत) अनुचे्छद 18 (उऩाधधमों का अंत) स्वातंत्रम–अधधकाय अनुचे्छद 19 (ऱाक्–स्वातंत्र्य आदद वऱळमक कुछ अधधकायों का ऴंयक्षण) अनुचे्छद 20 (अऩयाधों के लरए दॉळशऴद्धि के ऴंफंध भें ऴंयक्षण) अनुचे्छद 21 (प्राण ऒय दैडवक स्वतन्त्रता का ऴंयक्षण) लॉळण के वऱरूि अधधकाय अनुचे्छद 23 (भानऱ के दवु्यातऩाय ऒय फरात्श्श्रभ का प्रवतळेध) अनुचे्छद 24 (कायखानों आदद भें फारकों के लनमॉजन का प्रवतळेध)
प्रश्न. लनम्नलरिखत भें भीन (Fish) कॊन ऴी वै?
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उत्तय- C व्याख्या: वक्रप्स लभलन – 23 भाचत 1942, कॉ बायत ऩरृाँचा शजऴने कवा वक– नए बायतीम ऴंवऱधान का लनभातण वॉने तक बायत की यक्षा का उत्तयदाधमत्व वब्रडटल ऴयकाय के वाथों भें वॉगा।
रेवकन कांग्रेऴ तथा भुस्लिभ रीग दॉनों न ेवी वक्रप्स लभलन के प्रस्ताऱों कॉ अस्वीकाय कय ददमा तथा इऴ प्रस्ताऱ का वऱयॉध वकमा।
गााँधीजी ने वक्रप्स लभलन कॉ ‘ऩॉस्ट डेटेड चेक’ कवा। वक्रप्स लभलन की अऴपरता के फाद अगस्त 1942 कॉ फम्बई अधधऱेलन भें बायत छॉड़ॉ आंदॉरन का प्रस्ताऱ ऩाऴ रृआ। शजऴभे
गााँधीजी ने ‘कयॉ मा भयॉ’ का नाया ददमा। प्रश्न. ऱव कॊन ऴा ऱळत था जफ इंडडमन नेलनर कांग्रेऴ ने ‘ऩूणत स्वाधीनता’ कॉ अऩना रक्ष्य अंगीकृत वकमा?
(A) 1919 (B) 1929 (C) 1933 (D) 1945
उत्तय- B व्याख्या: कांग्रेऴ के रावॊय अधधऱेलन 1929 भें जऱावय रार नेवरू की अध्यक्षता भें ऩूणत स्वाधीनता की भांग की गई।
इऴी अधधऱेलन भें प्रस्ताऱ ऩाडयत कयके ऩूणत स्वयाज्य कॉ कांग्रेऴ का रक्ष्य घॉवळत वकमा। 31 ददऴम्बय 1929 कॉ आधी यात के ऴभम याऱी नदी के तट ऩय स्वतंत्रता का प्रतीक वतयगंा पवयामा गमा तथा 26 जनऱयी
1930 कॉ ऩूणत स्वाधीनता ददऱऴ भनामा गमा। प्रश्न. वकऴ आंदॉरन के चरते यऱीन्द्र नाथ ठाकुय ने “आभाय ऴॉनाय फांग्ला” नाभक गीत की यचना की?
उत्तय- C व्याख्या: बायत के स्वदेली आन्दॉरन के दॊयान गामे गमे गीत ‘अभाय ऴॉनाय फांगरा’ की यचना ऱळत 1906 भें फंगबंग के दॊयान यऱीन्द्रनाथ टैगॉय ने की थी।
इऴ गीत की प्रथभ 10 ऩंधिमों कॉ फांग्लादेल ने अऩने याष्ट्रगान के रूऩ भें ऱळत 1972 भें अऩनामा। कजतन ने 19 जुराई, 1905 कॉ फंगार वऱबाजन का लनणतम लरमा। फंगार वऱबाजन के वऱयॉध भें स्वदेली आन्दॉरन की लुरुआत रृई।
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उत्तय- (*) व्याख्या: ऱततभान भें अभ्रक का ऴऱातधधक उत्पादन – आन्ध्रप्रदेल भें
याज्ान भें – ऴीऴा, चााँदी का उत्पादन वॉता वै। कनातटक भें कॉराय की खान ऴॉने के लरए प्रशऴि वै। अभ्रक एक फरृऩमॉगी खलनज वै, जॉ आग्नेम एऱं कामांतडयत चट्टानों भें ऩामा जाता वै। कॉडयभा ऱन के्षत्र भें ऴऱातधधक अभ्रक की
खानें वैं। इऴे अभ्रक की याजधानी बी कवा जाता वै। अभ्रक (कच्चा) उत्पादन (2017) -आंध्र प्रदेल > याज्ान > झायखण्ड अभ्रक लीट उत्पादन (वऱ्वव) – बायत प्रथभ ्ान ऩय अभ्रक उत्पादन (वऱ्वव) – चीन प्रथभ
चााँदी (वर्ा 2017) बंडाय –याज्ान > झायखंड > आन्ध्र प्रदेल उत्पादन – याज्ान > कनातटक बंडाय – ऩेरू > ऑस्ट्टे्रलरमा/ऩॉरैंड > रूऴ उत्पादन – भेक्सक्सकॉ > ऩेरू > चीन
(A) ऱे नॊ फूडटमां शजनऴे वफतर फ्यूएर फनता वै (B) नाथत ईस्ट फं्रडटमय एजेंऴी के नॊ याज्य (C) ऴाऱतजलनक के्षत्र के मे नॊ उ्ॉग शजन्हें ऩूणत स्वामत्तता प्रदान की गई वै (D) ऴाफ्टऱेमय इक्किऩभेंट के नॊ घटक
उत्तय- C व्याख्या: नऱयत्न का तात्पमत – ऴाऱतजलनक के्षत्र के ऱे उ्ॉग शजन्हें ऩूणत स्वामत्तता प्रदान की गई वै।
ऱततभान भें नऱयत्नों की ऴंख्या 14 वॉ गई वै। 2 नऱयत्न डवन्दसु्तान ऩेट्रॉलरमभ कायऩॉयलेन लरलभटेड तथा ऩाऱय धग्रड कायऩॉयलेन ऑप इन्दण्डमा कॉ 2019 भें भवायत्न का
उत्तय- D व्याख्या: िखरापत आंदॉरन बायत भें भुख्यतः भुऴरभानों द्वाया चरामा गमा आंदॉरन था , जॉ वक वब्रडटल ऴयकाय द्वाया तुकी के खरीपा के वऱरूि वकए गए दवु्यतऱवाय का ऩडयणाभ था।
िखरापत आंदॉरन 1919 भें भुस्लिभ रीग तथा कांग्रेऴी नेताऑ ंने अंग्रेजॉ के िखराप आंदॉरन लुरू वकमा। इऴी के ऴाथ 1920 भें अऴवमॉग आंदॉरन लुरू रृआ इऴ दॊयान अंग्रेजी लाऴन का फडवष्काय वकमा गमा खादी-चयखे का प्रचाय
प्रऴाय वकमा गमा। वऱदेली कऩड़े जरामे गमे। अऴवमॉग आंदॉरन (1920) का नेतृत्व सं्वम गाधी जी ने वकमा था। 5 पयऱयी 1922 कॉ अऴवमॉग आंदॉरन भें बाग रे यवे प्रदलतनकाडयमों ने चॊयी चॊया (गॉयखऩुय) की ऩुलरऴ चॊकी ऩय वभरा
कय ददमा ऒय आग रगा दी, शजऴऴे चॊकी भें उऩस्थ्त ऴबी रॉग भाय े गए। 12 पयऱयी 1922 कॉ कांग्रेऴ के नेताऑ ं की फायदॉरी भें फैठक रृई ऒय गााँधीजी ने अऴवमॉग आंदॉरन ऱाऩऴ रेने का लनणतम लरमा।
‘फायदॉरी प्रस्ताऱ’ द्वाया अऴवमॉग आंदॉरन ऱाऩऴ रे लरमा गमा। प्रश्न. ऴंन्याऴी वऱद्रॉव बड़कने का ्र था ?
(A) अऱध (B) फंगार (C) वडयमाणा (D) ऩंजाफ
उत्तय- B व्याख्या: ऴंन्याऴी वऱद्रॉव (1763-1800) – भजनून लाव के नेतृत्व भें फंगार के वकऴानों ने याजाऑ ंतथा जभीदायों का वऱयॉध वकमा। इऴ वऱद्रॉव का उले्लख आनन्दभठ भें बी लभरता वै।
कूका वऱद्रॉव (ऩंजाफ) – (1840-72) भें बगत जऱावय भर एऱं याभ शऴिंव कूका के नेतृत्व भें लुरू रृआ। चुआय वऱद्रॉव – (1766-1816) फंगार, वफवाय क्षेत्र भें जगन्नाथ ने ऴूखा तथा बू-याजस्व की ऱृद्धि के वऱयॉध भें लुरू वकमा।
प्रश्न. भुण्डा फगाऱत का नेता कॊन था?
(A) वफयऴा (B) कानू्ह (C) वतरका भांझी (D) ऴीदॉ
उत्तय- A व्याख्या: भुण्डा वऱद्रॉव (1893-1900) - वफयऴा भुण्डा ने आददऱाशऴमों के ऴाथ भुण्डा आन्दॉरन लुरू वकमा। मे याजनीवतक तथा धालभिक आंदॉरन था।
ऴंथार वऱद्रॉव – शऴद्द ूऒय कानू्ह के नेतृत्व भें याजभर ऩवाडड़मों के फीच 1855 भें लुरु वकमा गमा। खाऴी वऱद्रॉव – तीयथ शऴिं व ने जंमवतमा ऩवाड़ी भें 1830 भें अंग्रेजों के वऱरूि आंदॉरन का नेतृत्व वकमा।
प्रश्न. इंडडमन नेलनर कांग्रेऴ के वकऴ ्ान ऩय आमॉशजत अधधऱेलन भें फार गंगाधय वतरक ने घॉळणा की थी “स्वयाज भेया जन्म शऴि अधधकाय वै, भै उऴे प्राप्त कयके यरॄाँगा” ?
उत्तय- D व्याख्या: “स्वयाज भेया जन्मशऴि अधधकाय वै, भैं इऴे प्राप्त कयके यरॄाँगा” इऴे फार गंगाधय वतरक न े 1916 के कांग्रेऴ अधधऱेलन (अध्यक्ष-अम्बम्बका चयण भजूभदाय) भें कवा था।
1916 भें वतरक तथा ऐनी फेऴेन्ट भें आमयरैण्ड की तजत ऩय याष्ट्रीम आंदॉरन कॉ जीऱन प्रदान कयने के लरए वॉभरूर आंदॉरन चराने का लनणतम लरमा तथा वॉभरूर रीग की ्ाऩना की।
वतरक भानते थे वक वब्रडटल ऴाराजाज्य का बायतीम जनता के प्रवत उत्तयदामी लाऴन वॉना चाडवए नॊकयलावी नवीं।
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1916 भें रखनऊ भें कांग्रेऴ ऒय भुस्लिभ रीग ने एक ऴभझॊते ऩय वस्ताक्षय वकमे। शजऴे रखनऊ ऩैक्ट के रूऩ भें जाना जाता वै।
प्रश्न. फंगार कॉ वऱबाशजत कयने भें राडत कजतन का ऱास्तवऱक उदे्दश्य था :
(A) भुस्लिभ-फरृर एक प्रान्त की ऴृिि (B) ऩूऱी फंगार के आलथिक वऱकाऴ भें ऴवामता (C) फंगार भें याष्ट्रीमता भें जुड़ी लधिमों का लनफतरीकयण (D) उऩमुति भें कॉई नवीं
उत्तय- C व्याख्या: फंगार वऱबाजन कयने भें राडत कजतन का भुख्य उदे्दश्य ऴंमुि फंगार की लधि कॉ वऱबाशजत कयना था। फंगार भें वफवाय, उड़ीऴा तथा फांग्लादेल लालभर थे तथा उनभें प्रफर याजनीवतक जागृवत थी जॉ 1905 फंगार वऱबाजन के रूऩ भें ऴाभने आमी। शजऴे दफाने के लरए डवन्द ुभुस्लिभ फरृरता ऱारे के्षत्र कॉ फाटकय आऩऴ भें रड़ाने की नीवत अऩनाई। प्रश्न. ऴन 1939 भें लनम्नलरिखत भें ऴे कॊन व्यधि ऑर इंडडमा से्टट्ऴ ऩीऩल्स कान्फ्रें ऴ का अध्यक्ष था?
उत्तय- A व्याख्या: गुप्त अलबरेख भें ‘दीनाय’ स्वणत शऴके्क कॉ कवा गमा वै। गुप्त लाऴकों ने ऴऱातधधक स्वणत भुद्राएं जायी की थी।
चााँदी के शऴक्कों कॉ रूप्यका कवा जाता था। शऴक्कों के अध्यमन कॉ ‘नू्यलभस्मेडटक्स‘ कवा जाता वै। बायतीम भुद्रालास्त्र के जनक जेम्स वप्रिंऴेऩ थे। ऴऱतप्रथभ शऴक्कों ऩय रेख लरखऱाने का कामत डवन्द मऱन लाऴकों ने वकमा। इन्हॉनें वी ऴऱतप्रथभ ऴॉने के शऴके्क चराए। इनभें लभनाण्डय ने ऴऱतप्रथभ ऴॉने के शऴक्कों की लुरूआत की। ऴऱातधधक भात्रा भें ऴीऴे के शऴके्क ऴातऱावनों द्वाया चराए गए। कुळाण ऱंल के लाऴक कुजुर कडदपऴेऴ ने तांफे के शऴके्क चराए। कुळाणों भे वऱभ कडदपऴऴ ने ऴऱतप्रथभ ऴॉने के शऴक्कों का प्रऱततन वकमा। भॉवम्मद गॉयी के शऴक्कों ऩय एक ऑय करभा तथा दऴूयी ऑय रक्ष्मी जी की आकृवत अंवकत लभरती वै।
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प्रश्न. ऴराजाट वळतऱितन ने शजऴ ्ान ऩय याजधानी ्ावऩत की, ऱव था ? (A) ऩाटलरऩुत्र (B) कन्नॊज (C) ददल्ली (D) अमॉध्या
उत्तय- B व्याख्या: वळतऱधतन लुंग ऱंल का प्रताऩी याजा था। वळत 606 ई. भें थाने्ववय की गद्दी ऩय फैठा तथा फाद भें अऩनी याजधानी कन्नॊज भें ्ावऩत की।
वळत के फाय ेजानकायी – फाऴखेड़ा अलबरेख, फाणबट्ट यधचत ‘वळतचडयत’ तथा हे्वनऴांग यधचत “ऴी-मू-की” ऴे लभरती वै। प्रश्न. लनम्नांवकत लाऴकों भें आगया कॉ शजऴने याजधानी फनामा, ऱव था ?
उत्तय- B व्याख्या: शऴकन्दय रॉदी ने आगया लवय की ्ाऩना की तथा 1506 भें आगया कॉ याजधानी फनामा।
शऴकन्दय रॉदी ने बूलभ की भाऩ कयऱाई शजऴकी ईकाई गज-ए-शऴकन्दयी थी। शऴकन्दय रॉदी ने गुररुखी उऩनाभ ऴे कवऱताएं लरखता था। उऴके आदेल ऩय आमुऱेद ग्रंथ का पायऴी अनुऱाद ‘पयवंगे शऴकंदयी’ नाभ ऴे वकमा गमा।
प्रश्न. शजऴ व्यधि ने कवा था “डवनॉज ददल्ली दयूस्त” (अबी ददल्ली दयू वै), ऱव थे ?
उत्तय- A व्याख्या: प्रशऴि धचत्रकाय अफुर वऴन कॉ जवााँगीय ने “नाददय-उज-जभां” की उऩाधध प्रदान की थी, तथा उस्ताद भंऴूय कॉ ‘नाददय-उर-अस्त्र’ की उऩाधध दी थी।
जवााँगीय के दयफाय के ऴुप्रशऴि धचत्रकायों भें अफुर वऴन, उस्ताद भंऴूय, वफऴनदाऴ प्रभुख थे। जवााँगीय का कार भुगर धचत्रकरा के चयभॉत्कळत का कार था जवााँगीय ने वेयात के एक प्रशऴि धचत्रकाय आकाडयजा के
नेतृत्व भें आगया भें एक धचत्रणलारा की ्ाऩना की। अब्दऴु ऴभद अकफय के दयफाय के प्रभुख धचत्रकाय थे इन्हें ‘लीयी करभ’ की उऩाधध प्रदान की थी।
प्रश्न. लनम्नलरिखत लाऴकों भें शजऴने एक शऴक्ख गुरू का ऴय करभ कयऱामा, ऱव था ?
उत्तय- B व्याख्या: जवााँगीय ने शऴक्ख गुरू अजुतनदेऱ का ऴय करभ कयऱा ददमा था क्योंवक गुरू अजुतन देऱ ने जवांगीय के ऩुत्र खुऴयॉ के वऱद्रॉव भें उऴकी भदद की थी।
ऩााँचऱे गुरू अजुतन देऱ ने शऴक्खों के धभतग्रन्थ आददग्रंथ का ऴंकरन ऩूया वकमा था। ऒयगंजेफ ने 1675 भें शऴक्खों के 9ऱें गुरू तेगफवादयु की वत्या ददल्ली भें कयऱा दी थी।
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उत्तय- B व्याख्या: राडत डयऩन ने ऱनातक्यूरय पे्रऴ एक्ट कॉ ऴभाप्त वकमा था, शजऴे राडत लरटन ने 1878 भें ऴभाचाय ऩत्रों कॉ प्रवतफम्बन्धत कयने के लरए रामा था।
1857 के वऱद्रॉव के फाद स्वदेली ऴभाचाय ऩत्रों की ऴंख्या भें ऱृद्धि रृई। बायतीम बाळा के ऴभाचाय ऩत्रों ऩय लनमंत्रण राने के लरए ऱनातक्यूरय पे्रऴ एक्ट रामा गमा।
बायत भें “ऴत्ता का वऱकें द्रीकयण” ्ानीम स्वलाऴन की ्ाऩना के फाद वी ऴंबऱ रृआ था शजऴभे राडत डयऩन का अवभ् मॉगदान वै ऒय इऴी कायण डयऩन कॉ बायत भें “्ानीम स्वलाऴन का जनक” बी कवा जाता वै.
प्रश्न. बायत भें शजऴऴे भुद्रास्फीवत भाऩी जाती वै, ऱव वै?
पुटकय भूल्य ऴूचकांक थॉक भूल्य ऴूचकांक कृवळ कालभिकों के वेतु उऩबॉिा भूल्य ऴूचकांक ऒ्ॉधगक कलभिमों के लरए उऩबॉिा भूल्य ऴूचकांक
उत्तय- B व्याख्या: बायत भें भुद्रास्फीवत के भाऩक के रूऩ भें थॉक भूल्य ऴूचकांक (WPI- Wholesale Price Index) ऒय उऩबॉिा भूल्य ऴूचकांक (CPI- Consumer Price Index) का प्रमॉग वकमा जाता वै।
भुद्रास्फीवत (inflation) ऱव स्थ्वत वै शजऴभें ऱस्तुऑ ंके भूल्य फढ़ते वैं तथा भुद्रा का भूल्य धगयता वै। थॉक भूल्य ऴूचकांक (WPI) का ऴंकरन ऱाशणज्य एऱं उ्ॉग भंत्रारम की ऒ्ॉधगक नीवत एऱं ऴंऱधतन वऱबाग भें आलथिक
ऴरावकाय कामातरम द्वाया भाशऴक स्तय ऩय वॉता वै। ऩवरे WPI का आधाय ऱळत 1993-94 था वकन्तु ऱततभान भें इऴका आधाय ऱळत 2011-12 वै। नए ऴूचकांक भे 1224 ऱस्तुऑ ंके
भूल्यों का ऴभाऱेल वकमा गमा वै। उऩबॉिा भूल्य ऴूचकांक (CPI) रॉगों के प्रवतददन उऩबॉग भें राई जाने ऱारी ऱस्तुऑ ं ऒय ऴेऱाऑ ं के भूल्य भें वॉने ऱारे
उत्तय- A व्याख्या: ऩवऱत्र गामत्री भंत्र ऋगे्वद के तीऴय ेभण्डर भें वै, जॉ वक ऴूमत देऱता कॉ ऴभवऩित वै।
ऋगे्वद के चतुथत भंडर भें कृवळ का उले्लख वै। ऋगे्वद का ऩुयॉडवत वॉतृ कवराता था। ऋगे्वद, मजुऱेद, तथा ऴाभऱेद कॉ ऱेदत्रमी मा त्रमी कवा जाता वै। 9ऱें भण्डर भें ऴॉभ देऱता का उले्लख वै। 10ऱें भण्डर भें चातुऱतर्ण्त व्यऱ्ा का उले्लख वै। ऋगे्वद के ब्राह्मण- ऐतयमे ब्राह्मण, लांखामन मा कॊळीतवक ब्राह्मण ऋगै्वददक कार भें गाम कॉ ऴऱातधधक भूल्यऱान ऴम्पधत्त के रूऩ भें ऴभझा जाता था। ऋगे्वद भें गाम लब्द का 176 फाय उले्लख
रृआ वै। गाम कॉ अघन्या, अिकणी आदद नाभों ऴे ऩुकाया जाता था। प्रश्न. बायत के ऴंवऱधान भें शजऴकी ऴंस्तुवत ऩय भूर कत्ततव्यों कॉ जॉड़ा गमा, ऱव थी/था?
उत्तय- D व्याख्या: ह्रदम ऴदैऱ दॉ धड़कनों के फीच वऱश्राभ कयती वै।
इरेक्ट्ट्रॉकाडडि मॉग्राप (ECG) ऴे ह्रदम की धड़कनों कॉ भाऩते वै। से्टथॉस्कॉऩ → ह्रदम ऱ् पेपड़े की गवत के अध्यमन वेतु काडडि मॉरॉजी→ ह्रदम की यचना तथा रूधधय कामतवऱधध का अध्यमन वऱश्राभ की अऱ्ा भें ऱमस्कों के ह्रदम की धड़कन 60-80 धड़कन/लभनट वॉती वै।
उत्तय- D व्याख्या: कॉफाल्ट-60 कॉफाल्ट का शऴथेंडटक यडेडमॉधभी आइऴॉटॉऩ वै। कॉफाल्ट ऩय नू्यट्रॉनों की फभफायी के परस्वरूऩ गाभा वकयणें उत्सशजि त वॉती वैं। जॉ वऱवकयण धचवकत्सा भें प्रमुि वॉती वैं। कॉफाल्ट-60 का प्रमॉग कैं ऴय वफभायी के उऩचाय भें वकमा जाता वै।
आऴेलनक 74- ट्यूभय की ऩवचान, आमॉडीन-131 थॉमयाइड ग्रंलथ ऴवक्रमता, पॉस्फॉयऴ-32- यि कैं ऴय (लू्यकीलभमा) की यॉकथाभ के लरए ऴॉडडमभ-24 यि व्यवतक्रभ, लनदान के लरए प्रमुि वॉने ऱारे ऴभ्ालनक वैं। गॉल्ड 198 ऴॉने का यडेडमॉएस्लक्टऱ आइऴॉटॉऩ, जॉ कैं ऴय उऩचाय के लरए प्रमुि वॉता वै। यडेडमॉएस्लक्टऱ ऴॉडडमभ (Na24) के द्वाया लयीय भें यि प्रऱाव का ऱेग ऩामा जाता वै। आमॉडीन-131 का उऩमॉग थॉमयाइड ग्रंलथ की वक्रमालीरता ज्ञात कयने भें वकमा जाता वै। यडेडमॉएस्लक्टऱ पास्फॉयऴ का उऩमॉग अस्थ्यॉगों के इराज भें वकमा जाता वै। यडेडमॉऐस्लक्टऱ रॉवे का उऩमॉग ऐनीलभमा (अयिता) यॉग कॉ ज्ञात कयने भें वकमा जाता वै।
फैंकों के फैंक के रूऩ भें कामत कयता वै, फैंकों की ऴाख ऩय लनमन्त्रण यखता वै। 1 रूऩमे के शऴके्क तथा नॉट कॉ छॉड़कय ऴबी भूल्यऱगत के नॉटों के लनगतभन का अधधकाय यखता वै। ऴयकाय के फैंकय के रूऩ भें याज्यों ऴे धन प्राप्त कयना तथा धन का बुगतान कयना वैं। आय. फी. आई भें व्यधि अऩने खाते नवीं खॉर ऴकता वै।
उत्तय- C व्याख्या: कटॊती प्रस्ताऱ – फजट ऩाडयत वॉने के दॊयान ऴंऴद ऴदस्य अनुदान की भांगॉ ऩय कटॊती प्रस्ताऱ बी रा ऴकते वैं। इऴ प्रकाय के प्रस्ताऱ कॉ कटॊती प्रस्ताऱ कवा जाता वै। लनन्दा प्रस्ताऱ – भंवत्र मा भंवत्र ऩडयळद ऴभूव की नीवतमों के प्रवत अऴवभवत के लरए रामा जाता वै। ध्यानाकळतण प्रस्ताऱ – वकऴी रॉक भवत्व के वऱळम ऩय फॉरने के लरए अध्यक्ष मा ऴबाऩवत की अधग्रभ अनुभवत के ध्यान आकळतण प्रस्ताऱ रामा जाता वै। ्गन प्रस्ताऱ – वकऴी रॉक भवत्व के भाभरे ऩय तुयन्त ऩचात के लरए लनमलभत कामतऱावी कॉ ्ाधगत कयाने के लरए मे प्रस्ताऱ रामा जाता वै।
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