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24 घटें क नरंतर ाथना 15 अग त 2018
या आप एक घंड़ी भी न जाग सकते? परमे वर क शंसा करत ेह ं य क उ ह ने
हम उठाया और ईसाई सहभगीता म बनाके सेवाके
25 व वष को परूा कया और 26 व वष म वेश कराया।
हर साल 15 अग त को सहभागीता के सेवा के एक ह स ेके प म देश के
आशीवाद के लए 24 घंटे क नरंतर ाथना आयोजन कया जाता है।इस वष भी, 15 अग
त को, यह ाथना आयोिजत कया जारह है।
अं जेी, हं द औऱ ता मल भाषाओ ंम इस ाथना पुि तका को रहा करन ेम हम
स नता हो रहे है।
हम आपको इस ाथना म भाग लेन ेके लए भी आमं त करत ेह।
24 घंटे क नरंतर ाथना
मरकुस 14: 34-37 म, हम पात ेह क रोमन सै नक के वारा गर तार कए जान
ेस ेपहले यीश ुन ेअपने श य पतरस और याकूव और यूह ना को अपने साथ ले
गया। उ ह जागन ेऔर ाथना करन ेके लए कहा। वह थोड़ा आग ेचला गया और ाथना
करन ेलगा। जब वह लौट आया, तो उसने उ ह सोत ेपाकर कहा, "शामौन, त ूसो
रहा है? या तू एक घड़ंी भी न जाग सका जागत ेऔर ाथना करत ेरहो क तुम प र
ा म न पड़ो। बाइबल कहती है क जब वह दोबारा वापस आया, उ ह सोत ेपाया, य
क उनक आखं नींद स ेभार थीं।
आजभी, परमे वर उ मीद करत ेह क हम अपन ेदेश के लए ह त ेप कर और ाथना
कर ता क इसक ि थ त बदल जाए।
"यह सोन ेके समय नह ंहै; नींद के लए समयनह ं "।
जाग जाओ, और ाथना करो!
परमे वर हमारे देश को आशीवादकर !!
- ए. टेनल जॉन टोन,
बधं नदेशक / संपादक
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भारत के लए ाथना कर "हे य शलेम, म ने तरे शहरपनाह पर पह ए बठैाए ह;
वे दन-रात कभी चुप न रहगे। हे यहोवा को मरण करन ेवालो, चुप न रहो, और,
जब तक वह य शलेम को ि थर कर के उसक शंसा प ृ वी पर
न फैला दे, तब तक उस ेभी चैन न लेन ेदो" (यशायाह 62: 6-7)।
जन सं या : 127.08 करोड़
ईसाई : लगभग (6 करोड़ (5% सअे धक – यह माना जाता है)।
रा य : 2 9
सघं शा सत देश : 7
लोक सभा और रा य सभा सद य : 780
वधायक : 4,120
गांव : 7 लाख(5 लाख गांव म कोई चच नह ं)।
शहर : 31 (10 लाख स ेअ धक आबाद )
लगभग 400 (1 लाख स ेअ धक आबाद )
लोगसमूह : 4,692
भाषाए ं : 460 (आ धका र कभाषाएं - 22)
झोप ड़य : लगभग 6,50,00,000।
हमारे रा के शासक के लए ाथना कर भारत के रा प त : ी रामनाथ को
वदं
धानमं ी : ी नर मोद
लोक सभा सेपीकर : ीमती सु म ा महाजन
क य मं मडंल, रा य केमं ी, उपमं ी, वप ीनेताओ ंऔर सद य कोई मानदार
स ेसेवा करन ेके लए।
रा य के गवनर, मु य मं ी, वधानसभा नतेा, मं ी, नगम के वधानसभा,
नतेाओ ंऔर सद य के सद य, सचमुच सेवा करने के लए नगर पा लका और
पचंायत।
सेना का जनरल, नौसेना के एड मरल और वाय ुसेना के वाय ुमाशल।
योजना आयोग के अ य और स चव के लए ाथना कर।
मु य स चव, स चव, आई.ए.एस, आ.ई.पी.एस, आई.एफ.एस अ धकार के लए ाथना
कर।
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िजला कले टर, तहसीलदार, वभाग और वभाग के कमचार , राज व, श ा, लोक
नमाण, वा य, वा ण य, कृ ष, आवास, उ योग, बजल , यायपा लका को लए ाथना
कर।
मखु े और उ योग के मखु , अ धकार और कमचार के लए ाथना कर।
कसान , यापा रय , मछुआर के लोग क ग त, व- नयोिजत, बनुकर, नमाण
कायकता, कं यूटर ऑपरेटर, सेनटेर मक, सड़क मक के लए ाथना कर।
सभी वभाग के शासक, अ धकार और कमचार उ ारकता, प चाताप और पनुज वत
होकर यीशु मसीह को उनके उ ारक ता प म वीकार करन ेके लए ाथना करे।
परमे वर क ततुी करो य क वह हमारे रा को आशीवाद कया। ि थर सरकार और
भारत एक धम नरपे रा होन ेके लए।
द ु नयाभर से अ धकांश इंजी नयर और वै ा नक हमारे देश म है।
काज,ू पवनऊजा के उ पादन म दु नया म पहल जगह रखने के लए और दधू,
चावल,गेहू,ं आमउ पादन म और दसूरा थान है।
40 करोड़ लोग को कौशल वकास देन ेके लए सरकार क योजना है।
वतमान साल म 6.7% से भारतीय अथ यव था के वकास 7.3% तक हुआ है।
सूचना ौ यो गक सेवाओ ंके नयात म पहल र कंग म है।
एन.जी.ओके सेवा स ेलोग क जीवन शलै म श ा, च क सा सेवा, पेय जल और
छोटे उ योग के वकास हुआ है।
श ा, वा य और समुदायउ न त के े म बरुाइय के खलाफ कए गए यास और इन
200 वष के दौरान वकास।
3 लाख से अ धक चच क थापना के लए।
पजंाब, मजोरम, नागालड और द णी रा य मउ दपना के लए।
बाइबल अनुवाद के लए ाथना कर: भारत म लगभग 1,721 बोल भाषाए ंह, िजन
म स ेकेवल 1,000 भाषाओ ंम ि ट ह।
पणू बाइ बल केवल 74 भारतीय भाषाओ ंम उपल ध है।
85 भाषाओ ंम केवल नया नयम उपल ध है।
बाइबल के कुछ ह स का अनुवाद केवल 58 भाषाओ ंम कया गया है।
लगभग 400 भाषाओ ंम बाइबल अनुवाद ग त पर है, यह सीखा है।
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ाथना:
बाइ बल का अनुवाद ज द ह सभी भाषाओ ंम कया जाए ता क हर कोई बाइ बल
अपनी मात ृभाषा म पढ़ सके।
अ धक लोग को बाइबल अनुवाद म शा मल होना है और परमे वर क वशेष ान और
भाषा क कौशल उ ह पाना है।
अनुवाद काय के लए आव यक संसाधन के उपल ध होना चा हए।
हर यि त के लए जीस के पास अपनी मात ृभाषा म बाइबलहै, इसे यान म
पढ़ना है।
भारत म सामािजक म दता के लए ाथना कर: देश के व भ न ह स म आतंकवाद
हमल क रोक थाम हो। न स लय और माओवा दय को
हटा दया जाए।
28.7% कूल छा नश ेक लत म ह।वे तबं धत तंबाकू,उ पाद , गजंा, ाउन
शुगर, आ द का उपयोग करत ेह। उ ह इस बुर आदत स ेमु त कया जाना चा
हए।
लगभग 28 लाख भारतीय ट .बी.स ेपी ड़त ह। उन म से कई कम आय क वजह से उ
चत उपचार लेने म स म नह ंह। इन मर ज के उपचार के लए ाथना कर।
लगभग 25 लाख भारतीय कसर रोगी ह। हर साल लगभग 7 लाखरोगी जड़ु जात
ेहै।हर साल कर ब 5,56,000 लोग मर जात ेह। इन रोगाणओुं के पणू वनाश के
लए और लोग को पणू उपचार ा त करन ेके लए ाथना कर।
सामािजक बरुाइयां:
वृ के खलाफ अपराध: भारत म 10 करोड़ वृ लोग म स ेदो तहाई लोग अपन ेप
रवार के वारा याग दया ह। इनक खशुी और सरु ा के लए ाथना कर जो अकेले
पन, बीमार आ द से
पी ड़ तबजुुग है।
आ मह या: लगभग 34% आ म ह या प रवार क सम याओ ंके कारण होती है और
17%आ म ह या बीमा रय के कारण भी ह। परामश क के लए ाथना कर और उनके
परामश के कारण आ म ह या परू तरह स ेरोका जासके।
महारा , तलेगुंगा, कनाटक, म य देश और त मलनाडु म 7,000 स ेअ धक
कसान न े पछले दो वष म आ मह या क है। उनम से 38% कज के कारण ह। इस ि थ
त म बदलाव के लए ाथना कर।
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ब च के खलाफ अपराध:
लगभग 10.5 करोड़ बाल मजदरू ह, उनम स ेकई बधंुआ मजदरू ह।
यू नसफे क रपोट के असार दु नया म बाल ववाह क सं या म स ेएक तहाई
भारत म होता है।
10 स े14 साल क लगभग 30 लाख भारतीय लड़ कयां कूल म नह ंजाती ह।
इन ब च के उ वल भ व य और सुर ा के लए ाथना कर।
म हलाओ ंके खलाफ अपराध:
2016 म भारत म, 3,14,674 म हलाए ंगायब हो ग ।
दहेज उ पीड़न के कारण 2015 म,6 7,634 म हलाए ंमारे गए।
हर 34 मनट म एक म हला के साथ बला कार कया जाता है, हरहर 3 मनट म म
हला पर एक म हला पर प त या र तेदार के वारा हमला कया जाता है।
म हलाओ ंकास मान कया जाना चा हए और सरं त होना है।
दघुटनाएं:
ेन दघुटनाओं म 4,82,38 9 म और सड़को म26,066 लोग क मौत2015 म हो गई
है।उनम से 15,633 ब च थे।
इस तरह क मौत को रोकने के लए और ाइवर को अपन ेवाहन को सावधानी स
ेचलाना है।
वे याविृ त:
यह बताया गया है क वे याविृ त म 20 लाख म हलाए ंऔर 5 लाख लड़ कयां स
य ह।
कोलकाता के लाल- काश े म 20,000 स ेअ धक म हलाए ंस य ह।
बां लादेश, नपेाल, आ ददेश सलेड़ कय को इस के लए त कर कया जाता
है।
यह दखु है क इस मांस यापार म 76% ोकर म हलाए ंह।
ाथना कर क सरकार इस ग त व ध म शा मल लोग को गंभीर प स े दं डत कर
और उनके जीवन म प चाताप आए।
धा मकअ तवाद:
शै क पा य म म धम के अ तवाद को लाग ूकरन ेक विृ त है, इस धम नरपे
रा म है।
भारतीय सरकार के इन आ ामक ग त व धय के खलाफ सं भतुा कम होनी चा
हए।
धम नरपे श ा वद के के वारा शै कपा य म के वक सत कया जाना है।
उ तराखंड, म य देश, छ तीसगढ़,ओ डशा, गजुरात , अ णाचल देश, हमाचल देश
और झार खंड म वरोधी पांतरण अ ध नयम, नर त कया जाना है।
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आतकंवाद:
2016 म 927 बार आतकंवाद हमले हु ए थे।
दंग क रोकथाम, जीवन क हा न और संपि तय का नकुसान न होन ेके लए।
भारत म 66 स ेअ धक आतकंवाद समूहओ ंस य म ह। उनक ग त व धय को पूर
तरह से नयं त कया जाना है।
भारत क समृ लए ाथना कर सरकार के वारा घो षत सभी क याण प रयोजनाओ
ंसभी गांव के श ा, वा य, च क सा े ,
पेय जल इ या द के उ न त के लए ाथना कर।
ाथ मक श ा म लगभग 8 करोड़ कूल ॉप आउट ह। इस ि थ त बदलनी चा हए।
गाय संर ण के नाम पर सभीह याओ ंको रोकना है।
वदेशी से सभी काले धन वापस लान ेके लए सरकार सभी यास को करना
है।
वा य खतरे म वृ के प म 33% तक हुआ। कई लोग के लए शौचालय नह
ंहै।
आव यक े म सरकार को हर सु वधाएं दान कर।
समय बी ततदवाओकं ब केकारण बीमा रयां फैल गई ह,ट बी,मधुमहे, कसर, आ
द रोगो से पी ड़त लोग क सुर ा हो।
वन के वनाश और जल नकाय के कारण कृ ष भा वत होती है। देश क कृ ष
संपदा भा वत नह ंहोनी चा हए।
भारतीय म संगठन (आई.एल.ओ) 2019 म 1.9 करोड़ लोग बेरोजगार ह गे। नौकर
केअ वसर सभी लोग के लए पैदा कए जान ेह।
क मीर म शां त के लए और ान के साथ सम या को सभंालन ेके लए नतेाओ
ंके लए परथ्ना कर।
कावेर नद जल मु ेम सह और सफ नणय लेना है।
अ छे मॉनसनू के साथ सारे रा समृ हो जाए।
ईसाईय के खलाफ सभी हमल को समा त करना है और उनक सरु ा सु नि चत क
जानी चा हए।
मशनर संगठन के लए ाथना कर भारत म कई मशनर सगंठन के लए परमे वर क तु
त करो। आओ ाथना कर क इन संगठन
के वकास हो।
नेता और मशनर परू तरह से सवेा म शा मल होन ेके लए और मशनार क सरु ा
के लए।
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सगंठन के लए भ व य के नतेाओकंो वक सत करन ेऔर लान ेके लए ाथना
करे।
सगंठन और मशना रय क ज रत को परूा कया जाना है।
मशन ग त व धय के लए धा मक क र पं थय के वरोध न हत ह।
मशनार य को उनके वारा सामना क गए वप ी के वारा नराश नह ंहोना
है।
सभी संगठन के भीतर कसी भी पवूा ह और घणृा के बना सेवा करन ेके
लए।
सभी संगठन को ाथना पूवक द घ का लक और अ प का लक ल य को नधा रत करन
ेके लए ाथना करे।
वा षक बजट तैयार करन ेऔर व तीय मानदंड और थाओ ंका पालन करन े लए
संगठन होना है।
मी डया का उपयोगयी मसीह क ससुमाचार को प ट प स ेघो षत करने के लए
कया जाना चा हए।
न न ल खत मशनर संगठन और उनके मशनर ।
जी.ए.फए, सी.सी.सी.आई, आई.ई.ट , एन.एम.एम, ओ.एम, एफ.एम.पी.बी,
यूलाइफ, आई.ई.एम, आई.ई.एच.सी, आई.एम.एस, आई.एम.एम, एन.एम.एस,
जी.ई.एम.एस, आई.सी.सी, बी.ई.एम, सी.जी.एम.एम, आई.सी.जी.एम, शालोम, स
वा, एच.ई.एम, एम.वी.एम, के.ईए, सी.ओ.ए.म.ई, ट .वी.जी.एम, आई.बी.ट ,
यसूी.एम.एस.आई, आई.एम.ए, एम.य.ूट , सी.आई.एम, सी.बी.एन,
ई.एफ.आई.सी.ओ.आर, सी.एम.एस, बी.एस.आई, आई.बी.एल, आई.जी.एल,
के.आर.य.ूपी.ए, ई.ए.ल.एस, सी.एल.एस, मजो ेि बटे रयन, दरस मशन, व व
वाणी, 'जीसस' फ मट म, वडफॉरद व व, मरनेकाबीज, व व ि ट, अनु ह सेवा, क
णा भारत, नया जीवन अ छ खबर सेवा, बथेेल आउटर च आदंोलन, शलोह गडु यूज म
न , ईसाई म ैसे जर, उदय और ईसाई फैलो शप बनाए।ँ
अलबशीर के लए जो मुसलमान के बीच सेवा करता है।
वाई ड यूएएम, वाईएफसी, यईूएसआई, ईय,ू ईजीएफ, आरजेआईएम, ह गाई, य
लेड, एनआईएलट , एसएफजे, कपस ू सेड जो युवाओ ंऔर बु मान के बीच सेवा
करता है।
एसय,ू बीसीएम, सीबीसी, सीईएफ, एसएफजे के लए जो ब च के बीच सेवा करत
ेह।
उन संगठन के लए जो अधेंलोग , अनाथ , कु ठरोग, िज सी, भखार , रै
गकस, झोपड़प ी के नवा सय , ए स रो गय , पागलपन, से स मक के बीच म सेवा
करत ेह।
न न ल खत चच के लए सीएसआई, सीएनआई, ईसीआई, एजी, एसीए, आईसीआई,
एलईएफ, ट पीएम, आईपीसी, मथेो ड ट, बपै ट ट, दरैन, लूथरन, मारानाथा,
एगं लकन, पणू सुसमाचार, ेस चच, सी रया ई ढ़वाद , यहोवा श मा, परमे वर
के चच, व व वाणी चच, भारत क अ छ सम र टन फैलो शप और इस के लए भी हज़ार
पटेको टलचच के लए ाथना कर।
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1. त मलनाडू
जनसं या : 7.21 करोड़ िजले : 32 गांव : 16,317 ईसाई : 6%
उ च श ा म छा क सं या म ेपहले थान परहै।
कोवाई आर एस परुाम (डी 2) और अ नानगर, चे नई (के 4) पु लस टेशन
ह
मशः सव े ठ और दसूरे सव े ठ पु लस टेशन के प म नवा चत है।
ततुीको रन बदंरगाह आई.एस.ओ 9002 माण प ा त करन ेके लए भारत का पहला
बदंर गाह है।
बदागा लोग के बीच व वा सय और चच क सं या म वृ ।
1 9 74 म भारत म परमे वर चच क शु हु ई थी और आज इस रा यो म 1,000 स
ेअ धक चच म था पत हुआ है।
त मलनाडु के कई अ य सुसमाचार वाद रा य और अ यदेश म सेवा म शा मल
ह।
धू पान करन ेवाल क या 9% कम हो गई है।
2017-18 के दौरान 49,32 9 छोटे और म यम उ योग बंद कर दए गए ह।
उ योग को पनुज वत करन ेके लए सरकार को वशषे पहल करन ेके लए ाथना
कर।
यह बताया गया है क रा य म 30,000 स ेअ धक नकल डॉ टर ह।
ाथना कर क नकल च क सा परू तरह समा त हो गए।
त मलनाडु सड़क दघुटनाओ ं(6 9, 5 9 5) के सार म पहले थान पर है। ाथना
करे क दघुटनाओं स ेबचे।
शराब क लत के कारण ह या, हसंा, वे याविृ त , आ द को नयं त करना
है।शराब क ब के कुल नषधे को लाग ूकरन ेके लए सरकार काम कर।
धमपरु िजल म सुसमाचार क ग त व धय को तेज करन ेके लए ाथना करे।
नम कल, सलेम, क र, आ द शास नक, व त म संर त होने के लए चच के नतेाओ
ंक अखंडता और प व ता के लए ाथना करे।
कावेर नद जल साझा करन ेके मु ेको सुलझान ेके लए ाथना कर।
अ छे मानसनू बा रश के लए जहाँ जल ससंाधन म सधुार आयेगा।
सभी गांव और सेवा को फैलान ेके लए चच था पत कए जाना है।
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2. आं देश
जनसं या : 4.9 3 करोड़ िजल : 13 गांव : 17,362 ईसाई : 2.4%
सॉ टवेयर ौ यो ग म सबस ेअ छा रा य है।
भले, आई.डी.पी.एल, एच.ए.एल, बी.डी.एल, बी.एच.पी.य,ू ई.सी.आई.एल,
एस.सी.सी.एल और वज़ाग का ट ल सेवा काज इस रा य म ।
जनजा तय के लए बजंारा, कोया, चच,ु ये कुला, एनधी जो ससुमाचार म उ
सुक रखत ेह।
वप के बावजूद मसीह को वीकार करने वाले बहुत स ेलोग यहाँ पर है।
इस रा य म सी.एस.आई, लथेूरेन और पटेको टल चच के सेवा चल रहा
है।
आं उन रा य म स ेएक है जहां ए स का सार बहु त आम है। ए स रो गय के
उपचार और उ ार के लए ाथना कर।
रा य के प व थान के तीथया य को मसीह के यार जानन ेके लए और उस े
वीकार करने के लए ाथना कर।
7 9% ब चे एनी मक ह और उनके उपचार के लए ाथना करत ेह।
19वीं शता द के पुनजागृ त के लए ाथना कर।
कई िजल न सलवाद स े भा वत होते ह। यह ि थ त बदलना है।
74% जनजा तय और 61% द लत न ेअपना कूल जार नह ं रखा है। श ा और वकास
को भा वत करन ेवाल यह नर रता उ मूलन क जानी है।
म हलाओ ंपर यौन हमले, यौन दु यवहार, अपहरण, दहेज के कारण मृ यु,
यहां पर आम ह। यह ि थ त परू तरह स ेबदलनी चा हए।
अप र चत लोग के समूह, मिु लम, पहाड़ी जनजा त, उ च जा त के पास
ससुमाचार पहु ंचे। सम पत ससुमाचार मक के लए आग ेआन ेके लए एक महान उ े
य है।
3. तेलंगाना
जनसं या : 3.52 करोड़ िजल : 10 गांव : 28,123 ईसाई : 1.4%
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खेती के लए 24 घटें क मु त बजल का काया वयन।
17,000 राशन क दकुान म स ेराशन खर दन ेक सु वधा का काया वयन
तलेंगाना म है।
एिं लकन, बपै ट ट, लथेूरेन और सा वेशन आम के सेवा 1810स ेवहाँ पर
है।
चच म मशनर सेवा के लए दशन क वृ ।
अ ववा हत म हलाओ ंके लए पशन योजना लागू करन ेके लए पहले देश म पहला
रा य है।
कानूनी प स ेअनमुत उ तक पहु ंचन ेस ेपहले 50% म हलाए ंशाद करती ह।
ाथना कर क इस ि थ त को बदलना चा हए।
आ दलबाद, महाबबू नगर और वारंगल के िजल म यास कए जाना ह, य क वहाँ
पर ईसाई आबाद बहु त कम है।
बजंारा, कोया, चच,ु माला और म धका जनजा तय के उ ार के लए ाथना
कर।
इस रा य म लगातार मानसून क वषा के लए ाथना कर य क कृ ष मु य यवसाय
है।
सरकार योजनाए ँइस नवग ठत रा य म भावी प स ेकाय करने के लए।
न स लय और माओवा दय क ग त व धय के नयं ण के साथ उनके उ ार के लए
ाथना कर।
सुसमाचार के साथ मिु लम भाइय स े मलने चार करने के लए आन ेवाले
सुसमाचार चारक के पास बोझ होना है।
4. कनाटक
जनसं या : 6.11 करोड़ िजल : 30 गांव : 29,483 ईसाई : 2%
परमे वर न ेख नज और वन संपदा के साथ इस रा य को आशीवाद दया है।
कं यूटर और सचूना ौ यो गक म ग त क गई है।
भेल, एच.ए.एल, आ द जैस ेउ योग इस रा य म कायरत ह।
एफ.एम.पी.बी, आई.ई.एम, बी.ई.एम, ए.बी.सी.एफ जसै े मशनर संगठन के
वारा कए गए सेवा।
कृ म रेशम और कॉफ के उ पादन म इस रा य का योगदान है।
धा मक चरमपं थय के वारा चच के वकास के वरोध के लए।
60 लाख मुि लम और 79 लोग समहू म ससुमाचार चारक को बोझ के साथ
ससुमाचार घो षत करना है।
यौन दु यवहार और त कर स ेब च को सरं त कया जाना चा हए।
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द लत और तेलुगू बोलन ेवाले लोग जो ससुमाचार म च रखत ेह उनके पास
पहु ँचना है।
बीजापुर, बगंालकोट और हावेर िजल म सेवा क मजबतूी जहां ससुमाचार चार
बहु त कम है।
देवदासी णाल का उ मलून होना है,िजसम युवा लड़ कयां मं दर और मनु य क
पजूा सम पत ह।
सामािजक प स े पछड़ ेहु ए उ तर िजल क वशेष देखभाल सरकार को करना
है।
पड़ोसी रा य के साथ नद के पानी ववाद को सुलझाने के लए ाथना कर।
5. केरल
जनसं या : 3.34 करोड़ िजले : 14 गांव : 1,364 ईसाई : 19%
सरकारओशी च वात से भा वत 387मछुआरे लोक ब च ेक श ा क परू लागत को
परूा करना है।
रा य न ेपरू तरह स ेमैनअुल कावेि गंग को समा त कर दया है।
सा रता दर रा य म बहु त अ धक है (95%)।
इस रा य सामािजक प स े ग तशील और कम स ेकम दू षत है।
रा य देश म 90% रबड़ का उ पादन करता है।
रा य म सी रयाई, सी.एस.आई, माथ मा और पटेको टल चच है। वे मशनर उ
साह के साथ वाय त सेवा कर रहे ह।
सरकार के वारा कसान के लए सामुदा यक रे डयो सेवाओ ंक शु आत कया
है।
भावशाल सुसमाचार को म पला मुसलमान और हदंओु ंके बीच बनाना है।
उ तर केरल म शराब क लत, जादू वद, जादगूर के वारा गुलाम क मुि त और
गु (मानव) पजूा रध करना है।
हर साल सबर मालाई जान ेवाले लगभग 5 करोड़ लोग दार मलना है।
उ च जा त के लोग जसै ेनंबूडी, नायर, 68 द लत लोग समूह38 आ दवासी
समहू , और रणनी तक प स ेयोजनाब म ससुमाचार परूा कया जाना है।
कोई भी ईसाई कमचार पनकोड े के 40% म मौजदू नह ं ह।
मल पुरम, पल कड़ और को झकोड िजल म रहन ेवाले लोग तक मो का संदेश पहु
ंच ेजहां ईसाई आबाद बहु त कम है।
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6. म य देश
जनसं या : 7.26 करोड़ िजले : 50 गांव : 54,903 ईसाई : 2.2%
घरोई चच जो इस रा य म कायरत है।
रा य को लोहा और मगनीज, अय क, कोयले और चूना प थर स ेआशीवा दत कया
गया है।
30 स ेअ धक सगंठन के वारा ग ड के बीच म सवेा कया गया है,
प रणाम व प कई चच के वृ हु ई।
बोएर शहर म 300 स ेअ धक झोप ड़यां इलाक म सवेा कया गया है।
आई.ई.एम, एफ.एम.पी.बी, आई.सी.जी.एम और ई.सी.आई जैस ेसंगठन सुसमाचार
पेरचार म शा मल ह।
लड़ कय के खलाफ यौन अपराध (7,396) म पहल थर पर रा य खड़ा है।
लड़ कय और म हलाओ ंक सरु ा होना है।
रा य के वरोधी पांतरण अ ध नयम को नर त कया जाना है।
ग ड, भल, ओरेन और कोकू क आ दवासी जनजा तय म चच तैयार करना है।
मसुलमान के बीच कोई उ लेखनीय सेवा नह ं कया जा रहा है। संबं धत
चारक उनके बारे म उठाना है।
ईसाइय के खलाफ सभी हमले वशेष प स ेद लत को रोक दया जाना चा हए।
यह रा य जो अथ यव था और उ योग म पछड़ा है, वक सत कया जाना है।
सभी बाल ववाह पर तबधं लगाना चा हए।
कुपोषण स े भा वत 50% ब च के वा य के लए ाथना कर।
7. ओ डशा
जनसं या : 4.2 करोड़ िजले : 30 गांव : 51,352 ईसाई : 2.4%
परमे वर न ेख नज संपदा के साथ रा य को आशीवाद दया है।
सी.एन.आई, बपै ट ट, मथेो ड ट, इं डपडट और पटेको टल चच न ेसेवा म शा
मल ह।
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ग ड, ख रया, ओरोन, मुडंा, बनजा, साओरा और कसान के जनजा त जो
ससुमाचार के लए हणशील ह।
ससुमाचार को सभी काश और व न काय म के मा यम स ेघो षत कया जाता
है।
रा य के सभी गांव म कूल ह।
एफ.एम.पी.बी, आई.ई.एम, आई.ई.ट , बी.ई.एम और जी.ए.फए जसै ेसंगठन के
मशनर अनकुरणीय तर के से सेवा कर रहे ह।
कुछ इलाक म 80% म हलाए ं श ा ह न है और इस ि थ त म सुधार होना चा
हए।
कुपोषण स े50% स ेअ धक ब च े भा वत होत ेह। यह ि थ त बदलना चा
हए।
तबं धत गांजा बड़े पमैान ेपर उगाया जाता है। उ पादक के खलाफ कड़
ेकारवाई होना है।
नायागढ़, भ क, और धेनकनाल िजल म सुसमाचार चार के लए वशेष यास कए
जाने ह, जहां ईसाई आबाद बहु त छोट है।
धम क रपं थय का भु व और माओवा दय के अ तवाद को कम कया जाना चा
हए।
रा य के वरोधी पांतरण अ ध नयम को नर त कया जाना है।
सरकार लोग क मह वपणू ज रत को परूा करने पर यान देना चा हए - जैस े
श ा, वा य इ या द।
दशन को तजे करने के लए चच के उ धपना क ओर अ सर होना और नए व वा सय
को वृ करना है।
अप र चत ा मण और खोरेन जनजा तय के उ ार के लए ाथना कर।
8. छ तीसगढ़
जनसं या : 2.55 करोड़ िजले : 18 गांव : 20,126 ईसाई : 2.5%
150 साल पहले, वदेशी मशनार य ने चच , कूल और था पत कए अ पताल था पत
कया गया है।
परमे वर न ेवन और ख नज संपदा के साथ रा य को आशीवाद दया है।
9 0% गांव व यतुीकृत ह।
पौध को चच , चच क सं या के लए रा यापी जोर देन ेके प रणाम व प म वृ
हुई है; बाइबल कूल शु हो गए ह और कई लोग इसम भाग लेते ह।
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मशनर ग त व धय ।अ छे स े ार भ हुआ है।
ग ड, भ स, करवार, ओरा स और बाईगास के बीच कए गए सेवा के लए।
रा य के वरोधी पांतरण अ ध नयम को नर त कया जाना है।
लोग क सरु ा के लए माओवा दय के व ोह से भा वत दस िजल और माओवा दय
का उ ार होना है।
बाइ बल का अनुवाद छ तीसगढ़ और ब म कया जाना है।
कबीरहम, राज नंदगांव िजल म सेवा को गंभीरता से कया जाना है,
और धमार जहां मसीह के बारे म जान ेवाले लोग बहु त कम ह।
औ यो गक प स े पछड़े रा य के उ थान के लए।
बहु ववाह और बाल ववाह क णाल को रोकने के लए रोक दया जाना चा
हए।
ब तर िजले म, 6 स े14 वष के लगभग 2 लाख छा के पास है
कूल स ेबाहर नकाल दया। सरकार को उ चत कारवाई करनी चा हए।
गर बी उ मूलन और दान करन े के लए सरकार वशेष अ भयान शु करना है और
पया त शौचालय पेरदान करेगी।
9. महारा
जनसं या : 11.4 करोड़ िजले : 35 गांव : 43,662 ईसाई : 1.0 9%
एम.वी.एम, आई.ई.एम, जीएफ.एफ.ए और संगठन के वारा कए गए अनकुरणीय
सुसमाचार और लव महारा और सीएसआई, बपै ट ट और पटेको टल चच ।
कोलम और कोकना जनजा तय स ेसुसमाचार के लए सह वागत।
रा य म उ योग के वकास होना है।
नए जीवन मै ी सेवा, मुबंई के बाइबल के वतरण के मा यम स ेकई पाएंह
और स ेमसीह के पास आए ह।
लगभग 70,000 युवा लोग फरोज रोड और मुबंई क सवेा थपरुा इलाके म वे
याविृ त म लग ेहु ए ह। । उनम स े20% आय ुसमहू म ह।
12-18 साल क है, वे याविृ त परू तरह ख म होना है।
नागपरु म लगभग 10,000 ब च ेवे याए ंह। सरकार को
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इस अ यास को रोकन ेके लए गभंीर कदम लेना है।
ब च के खलाफ 6,606 अपराध मामले दायर कए गए ह। सरकार उनके लए कानून
नय मत कर।
रा य म आ मह या क सबसे यादा घटनाए ंह।
मान सक तनाव, अवसाद, आ द के लए परामश दान कया जाना चा हए और आ मह
या पूर तरह से नयं त करना है।
अ पृ यता के खलाफ कानून लाग ू कए जान ेह।
अमीर जैन (15 लाख), पारसी (1.5 लाख) और मुसलमान के बीच चच क थापना
करना है।
लगभग 7.6 लाख बाल मजदरू के उ वल भ व य बनाना है।
ओसामाबाद, हगंोल और र ना गर के िजल म ससुमाचार को तजे करना है।
10. गुजरात
जनसं या : 6.04 करोड़ िजले : 26 गांव : 18,225 ईसाई : 0.6%
रा य दधू और दधू उ पाद के उ पादन म अ णी है। रा य कपड़ा के लए आव यक
क चे माल क उ योग को अ धक मा ा का नमाण करता है। ेि बटे रयन,
सी.एन.आई, मथेो ड ट, सा वेशन आम , इं डपडट चच के लए और व थक मशन संगठन
जो इस रा य म भावी ढंग से काय करत ेह। भील, कुकर, गा मत, चौधर , ढो
डया, कोल , गारो सया लोग के लए ता क वे सुसमाचार वीकार
कर। लोग धम दंग और हसंा स े भा वत ह और यह ि थ त बदल जाए। ईसाई धम
और हमल के बारे म गलत रपोट फैलाना को रोका जाए। वरोधी पांतरण अ ध नयम
नर त कया जाए। ा मण , जनजा तय और द लत का उ ार होना है। सरकार
4,50,000 बाल मक के क याण के लए कदम उठाना है रा य म 63%) मादा ब च के
खलाफ यौन शोषण क उ चतम दर दज क गई है। मादा ब च
क सरु ा के लए ाथना कर। मो मागी, पीयर और शवसेना स ेजड़ेु लोग जो
जनजातीय लोग को वापस वाद हदं ूधम म
वापस लान ेम शा मल हैष उ ह मसीह का यार को जाने।
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भार बा रश और भू खलन स े भा वत प रवार क सहायता के लए। सौरा (1.2
करोड़), मसुलमान (43 लाख) और जनै (5.80 लाख) लोग को सुसमाचार को पहु
ंचा
जा सके।
11. पि चम बंगाल
जनसं या : 9.13 करोड़ िजले : 19 गांव : 40,203 ईसाई : 0.6% यह रा य
नौकर के अवसर पदैा करन ेम अ णी है।
गर ब म हलाओं को अपनी शाद रचान ेमनाने के लए सरकार न े 25,000 देन
े के लए एक योजना लाग ूक है।
मु ंडा, सांताल और ओरेन लोग समहू मसीह क सुसमाचार म च रखते ह। पहु
ंच बगंाल आंदोलन के मा यम स ेसेवा कया जा रहा है। ए.जी, लथूरन, सा
वेशन आम बैप ट ट, मथेो ड ट और अ य चच के वारा कए जा रहे सेवा के
लए ाथना कर।
कोलकाता म य भचार म 50,000 युवा शा मल ह। इस ि थ त बदल जाए। पि चम
बगंाल स ेदािज लगं को वभािजत करन ेऔर अलग-बनान ेका वरोध
'गरुखा भू म ' नाम स ेरा य को रोका जाना चा हए और उ चत समाधान होना
चा हए, शां त वाता से पहु ंचे।
भार बा रश और भू खलन स े भा वत लोग को भी उ चत सहायता मलना है और
उनके सुर ा होना है।
अि थर राजनी तक प रि थ तय के कारण रा य अ वक सत है, घ टया दवाए,ं
टाचार और हसंा यादा है। ाथना करो क यह रा य क सभी े म वकास हो।
चाय संपि त मजदरू के बीच भखू के कारण लगी मौत बढ़ रह ह। इस ि थ त को
बदलना है। कोलकाता पहु ंचन ेके लए " मशन कोलकाता 2000" प रयोजना के मा
यम स े कए गए यास
सुसमाचार के साथ फल सहन करन ेके लए ाथना कर। मशनर को भोजपरु ,
गजुराती, उ डया, पजंाबी लोग के बीच पहु ंचन ेके लए और मारवाड़ी लोग
समहू यीशु मसीह क ससुमाचार को पान े लए ाथन कर।
पबुा, बांकुरा, हु गल और मे दनीपरु िजल म पहु ंचन े के लए यास कए
जाएगं ेजो कम कम सुसमाचार केि दत रा य ह।
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12. पंजाब
जनसं या : 2.77 करोड़ िजले : 20 गांव : 12,581 ईसाई : 1.8%
जाट और मज़बबी लोग के वारा ससुमाचार म दखाए गए च। सी.एन.आई, सा वशेन
आम , पटेको टल और अ य 65 सं दाय के चच जो इस रा य म सेवा कर
रहे ह। इस रा य के लए जो आ थक प स ेउगयुा माना जाता है। वा थक मशनर
आंदोलन चच को रोपण कर रहे ह। व व स लु धयाना ईसाई क गवाह और मे डकल
कॉलेज सेवा के लए। ईसाई दु नया म इस रा य के उपहार - साध ुसुदंर सहं
और भ त सहं । मनसा, संग र और बरनाला िजल म तजेी से सुसमाचार फैलाना है
जहाँ ईसाइय क आबाद बहु त
कम है।
युवाओ ंको नस ेस ेउ ार करना है। परमे वर इस रा य म आन ेवाले लाख
तीथया य को अपना यार कट कर। जा स और सख के बीच (61%)म चच थापन होना
है। लोग को राधा वामी, नरंकार क गु पजूा स ेमु त कया जाना चा हए, स चा
चौदा और मसीह
के ब लदान को वीकार कर।।
अ य व वासी के उ ार और ईसाईय के लोग अ छ गवाह के साथ एक जीवन का
नतेृ व कर।
13. बहार
जनसं या : 10.38 करोड़ िजले : 38 गांव : 44,874 ईसाई : 0.3%
मशनार य जो इस रा य म आए थे िज ह 'मकबरा कहा जाता है, जो सुसमाचार
के लए अपनी जान डाल । जीईएमएस, एफ.एम.पी.बी, आई.एम.एस, आई.बी.ट संगठन
के वारा वारा सुसमाचार के फैलाने
के यास । सरकार न ेइस रा य म शराब को तबं धत कर दया है।
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बहार आउटर च नेटवक और अ य चच और संगठन के वारा कए गए यास । 2016 म
अनसुू चत जा त के खलाफ 5,701 अपराध मामले दज कए गए ह। ाथना कर क इन
अपराध स ेबचा जाए। इस रा य म टाचार को चरम तर म लाया गया। आ थक प से
इस रा य के वकास के लए
ाथना कर।
हर साल कोलेरा, मले रया, टाइफोइड और पी लया के कारण मृ य ुदर बढ़ रह
है। कैद के समय शश ुक मृ यु और मौत इस रा य म भी वृ हु ई। ाथना कर क
यह ि थ त बदल जाए।
सां दा यक दंग मा फया समहू और न स लय स े भा वत इस रा य म शां त के
लए ाथना कर।
इस रा य म रहन ेवाले मसुलमान 17% और ऊंची जा त के लोग का मुि त। म
हला और छोटे ब च के अपहरण के मामले उ च ह। ाथना कर क यह अपराध परू तरह
से
नयं त हो।
भोजपरु , महाई, म थल और अ य जनजातीय भाषाओ ंम बाइबल का अनुवाद कया
जाना चा हए। कुपोषण के कारण 50% से अ धक ब च े भा वत होत ेह।
14. झारखंड
जनसं या : 3.3 करोड़ िजले : 24 गांव : 32,615 ईसाई : 4.1% आ दवासी स
ेसुसमाचार सनुन ेका हत। ख नज संपदा म भारत म सबस े मखु रा य है। रा य
म बड़े इ पात कारखान और कोयला खान है। कई चच और मशनर संगठन 1836 स
ेसेवा कर रहे ह। गर बी, नर रता और बेरोजगार का उ मूलन।
माओवा दय और जन यु समूह (पीड यजूी) क अवधै ग त व धय का समापन। न सल
सम याओ ंक सखुद नपटाना है। द लत और आ दवा सय को समृ भू म मा लक के झु
ंड स ेमु त कया जाना चा हए। 18 साल स ेकम उ के लगभग 5 लाख ब च का उ वल
भ व य जो दै नक मजदरू, घरेलू नौकर और रैग पकस है। बाइ बल का अनुवाद आ
दवा सय क भाषाओ ंम कया जाना है। मुि लम का उ ार जो रा य क 14% आबाद
बनात ेह।
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कोडमा, पलाडू, पलाम ूऔर देवघर िजल म चच और मशनर संगठन व तार के
योजना को बनाना है, जहा ंईसाई आबाद बहु त कम है।
15. ऊ तर चार
जनसं या : 19.9 8 करोड़ िजले : 72 गांव : 1,07,440 ईसाई : 0.3%
मेथो ड स, ेि बटे रयन, सी.एन.आई और पटेको टल चच का सेवा। स य
सुसमाचार के लए आई.ईए.म, एफ.एम.पी.बी, एजी, ए.आई.पी.ई और कई अ य सेवा
करता
है।
आई.ई.एम और एजीएपीई का सेवा के मा यम स ेगढ़वाल बोल म नए नयम क उपल
धता। गढ़वाल म रे डयो पर ाइ ट ऑफ ाइ ट का सारण। तले के बीज, ढल, गहूे,ं
म का और बत के उ पादन म सबस े मखु रा य है। केवल 57% म हलाए ंसा र ह।
श ा व ता रत कया जाना है। 2016 म द लत के खलाफ 10,246 अपराध दज कए गए
ह। अ पृ यता परू तरह स ेसमा त हो
जाए। 2017 म ऑ सीजन क कम आपू त के कारण गोरखपुर मे डकल कॉलेज अ
पताल म 7 अग त
को 61 शश ुक मौत हो गई। इस तरह क ासद न होना चा हए और सरकार को
कुशलता से काय करना चा हए।
गाय संर ण के नाम पर सभी ह याए ंरोक द जानी चा हए। रेल दघुटनाओ ंसे
बचन ेके लए अ सर मौका मलना है। चच पर हमल के खलाफ सरकार को त काल
कारवाई करन ेके लए सरकार।
मुसलमान का 15% आबाद को ससुमाचार स ेपहंचना है। 2015 म सड़क दघुटनाओ
ंम 2,610 लोग क मौत हो गई। दघुटनाए ंन होनी चा हए और सरकार
को उ चत कारवाई करना है।
बरेोजगार , टाचार, अ नय मत शि त के लए सरकार को समाधान ढंूढना है।
रा य हदं ूधम, बु वाद और जैन धम का ज म थान है। रा य के लोग अन त जीवन
के तर के
के ान और मसीह को वीकार कर। व व व यालय और कॉलेज के छा के बीच
य.ूई.एस.आई और आई.एफ.ई.एस के वारा कए गए
सेवा सह फल सहन करे।
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16. उ तराखंड
जनसं या : 1.01 करोड़ िजले : 13 गांव : 16,973 ईसाई : 2%
सी.एन.आई, आ याि मक प स ेस य चच और मशनर संगठन रा य म सेवा कर रहे
ह।
सुसमाचार म चमार और गढ़वाल के हत। परमे वर न ेइस रा य को जल संसाधन
और वन सपंि त के साथ आशीवाद दया है। आ मह या क सं या हर साल बढ़ रह है।
आ मह या रोकन ेके लए सरकार को भावी कदम
लेना है। 70% गांव म च क सा और शै णक सु वधाएं नह ं ह। सरकार को
वशेष देखभाल करना है। 9 0% लड़के त बाकू और 70% गजंा थाजे है। इस लड़क
को रोकना है। सुसमाचारवाद ग त व धय को याग, तहेर , गढ़वाल और उ तरकाशी
िजल के साथ व रत
कया जाना है, जहां ईसाई आबाद बहु त कम है। मसीह प व थान पर लाख
तीथया य म कट कया जाना है। धा मक चरमपं थय क ग त व धय को नयं त करना
है। जनजा तय को चा रत कया जाना चा हए जो 14% आबाद का गठन करत ेह।
17. ह रयाणा
जनसं या : 2.54 करोड़ िजले : 21 गांव : 6,861 ईसाई : 0.3% ै टर व
नमाण और दधू उ पादन म पहले थान पर है। सभी गांव के व युतीकरण म भारत म
पहला रा य है। ज स, समर और सख के बीच सुसमाचार का सेवा कया गया है।
एफ.एम.पी.बी और आई.आई.एम 80 लाख जाट और 30,80,000 द लत के बीच सेवा कर
रहा है
और आई.आई.एम सख के बीच सेवा कर रहा है। बा च क ह या और स मान ह या
कम हुआ और मानव क ओर यार को जानन ेको ो सा हत
कया गया।
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रा य के 2,000 मं दर म पजूा करन ेवाल को मसीह का ब लदान और यार पता
होना है। रा य म बोल जान ेवाल सभी भाषाओ ंम बाइबल का अनुवाद कया जाना
है। ईसाई चारक जैन, मसुलमान , बु वा दय , द लत और जनजा तय को ससुमाचार
चार करन ेके
लए आग ेआना चाहत ेह। ईसाई आबाद मह गढ़, भवानी जींद, और दलुभ िजल म
है। सुसमाचारवाद सेवा का मो ब लज़ेशन
तजे होना चा हए।
सूय समाज, आर.एस.एस, राधा वामी, नरण कर , चचा स ेसंबं धत लोग यीश
ुमसीह का चौध और मोचा माग उ कृ टता के ान पाना है।
18. हमाचल देश
जनसं या : 6.86 करोड़ िजले : 12 गांव : 20,690 ईसाई : 0.1% रा य दा
खल शै क म उ कृ टता।
99.8% व च , 14 वष स ेकम आय ुको कूल म दा खला लया है। मश म, फल और
सि जय क खेती म रा य सबस े मखु है।ए शया क सबस ेबड़ी फल सं करण
फै यहां ि थत है।
हमाचल आउटर च नटेवक और गसपल फर ए शया के वारा सेवा कया गया है।
सी.एन.आई, मेथो ड ट, बपै ट ट और अ य आ याि मक मडं लय के वारा सेवा कया
गया। बाइहार भाषा म बाइबल का अनुवाद कया जा रहा है। एक लाख स ेअ धक त
बती शरणा थय को ससुमाचार सुनाना है।
कूल के ब च जो नशे क लत म है। बाइबल का अनुवाद कुि लस, कनौरास, ग
ीस और लाहौलास भाषाओमं होना है। हमीरपुर बलासपरु और मडंीिजल म
ससुमाचार का चार आग ेहोना है, जहां मसीह को जानने
वाले लोग बहु त कम ह। जा स, राजपतू , गु जर, को लस, समस, बहा रस और
मुि लम के बीच म चार करन ेके लए
तब कमचा रय जर र है।
गु पजूा आदंोलन , हदं ूपुनजागरण, संघ प रवार को मसीह को मसीह के ब
लदान को जानना चा हए।
रेक चच को ज द और आ मा जीतन ेम शा मल होना है।
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रा य उ च दघुटना दर स े त है। ाथना कर क दघुटनाओ ंस ेबचा जायेगा।
सुसमाचार का वरोध और चरमपं थय क आलोचनाओ ंको र कया जाना चा हए।
19. राज थान
जनसं या : 6.85 करोड़ िजले : 33 गांव : 44,672 ईसाई : 0.13%
भील, मनस, गोरक स, माइओस और मह ससुमाचार के लए हणशील ह। ई.एच.सी,
ओ.एम, आई.ई.ट , एन.एम.एस, राज थान बाइ बल सोसायट के वारा कए गए सेवा।
व वा सय को शै क सं थान , ीलकंा रे डयो और ससुमाचार और बाइ बल क ाए
ंके ा जोड़ा
जाता है।
यहां उ पा दत अतंररा य तर पर शं सत ह त श प। 2016 म द लत के खलाफ
5,134 अपराध दज कए गए ह, द लत क सुर ा होना है। रा य के वरोधी पांतरण
अ ध नयम को नर त कया जाना है। राजपतू, जा स और मारवा रय के बीच सेवा
करने के लए ाथना करे। आ मा यास मक सवेा करना है, जो सुसमाचार म च नह ं
रखत ेह। बाल ववाह बड़ी सं या म मनाया जाता है। 85% लड़ कयां ववाह क उ ा
त करने से पहले
ववा हत है, यह ि थ त बदल।
गर बी के कारण लड़ कय को असामािजक- त व के लए बेचन ेका अ यास को
रोका जाना है। दांसा, बाड़मेर और जलोर िजल म स य भू मका नभान ेके लए चच
और मशनर संगठन क
आव यकता है, जहां ईसाई आबाद व च है। रा य म ह याओ ंको परू तरह बदं
कर दया जाना चा हए।
रा य म बाल मजदरू समा त होना है (बाल मक म स े10% राज थान स ेह)।
बाइ बल का अनुवाद मारवाड़ी और वा डी भाषाओ ंम कया जाना चा हए। जनै और
मुि लम के बीच चच थ पत होना है।
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20. द ल
जनसं या : 1.68 करोड़ िजले : 9 गांव : 410 ईसाई : 1.8%
मशनर संगठन जैस े ट .ड ल.ूआर, ट म, आई.ई.एम, आ द जो ससुमाचार क
घोषणा के लए प र म कर रहे ह।
त बत, ईरान और अफगा न तान शरणा थय के बीच चच था पत कया जा गहा ह।
पटेको टल, सी.एन.आई, ई.सी.आई, मथेो ड ट, बपै ट ट और डी.बी.एफ चच के मा
यम स ेसेवा हो रहा है। 14.5 लाख लोग बड़ ेकारखान , अनुसधंान क और कुट र
म सेवा कर रहे ह। रोजगार क तलाश म पछले 10 वष म 40 लाख वा सय ह। ऐसा
कहा जाता है क बड़ ेपमैाने पर वे याए ंजी.पी.सड़क, ल मी नगर और शमनदं
रोड म हो रहा है।
यह अवधै ग त व ध को चा हए परू तरह स ेबदं करना है। समस और सरूस के
बीच म चच बढ़ना है।
13% आबाद वाले मसुलमान स े मलन ेके लए ईसाई चारक आग ेआना है। परमे
वर अपन े यार, ससुमाचार के वरो धय स े काश करना है। आतकंवा दय के हमले
और शतैान के झु ंड स ेसंर त शहर होना है। इस शहर म लगभग 40% वदेशी
पयटक क सुर ा होना है।
21. अ णाचल साद
जनसं या : 13.83 लाख िजले : 16 गांव : 5,589 ईसाई : 25% नागालड और
उ तर पवू भारत मशनर के वारा वारा कए गए अ णी सेवा है। वतं चच क वृ ; आ
द, यशेी, तांगसा, अपतानी और नो टे जनजा तयां के बीच चच थ पत
हो रहा है। सुसमाचार को फल पाने के लए आ द भाषा म सुसमाचार सा रत
कया गया। सा रता दर बढ़ान ेके लए सरकार के वारा कए गए फल सहन यास। जनजा
त देवर , च मा और हाज ग के वारा ससुमाचार म च कट हु आ। रा य खुले हवा
क कमी के बना एक रा य के प म ग त क है।
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भारत के सं वधान म धा मक वतं ता सु नि चत क जानी चा हए। बु वा दय
मर , सु ंग, तंगम, म मी, वचंो, देवर , चांगमा और हाज ग के जनजा तय के
मो के
लए।
रा य के वरोधी पांतरण अ ध नयम को नर त कया जाना है। से स के लए ब च
क त कर परू तरह बदं कर द जानी चा हए। गर बी रेखा स ेनीच ेरहन ेवाले
35% लोग के उ थान के लए। अजंा, तवांग और द बांग िजल म वशेष सेवा कया
जाना चा हए, जहां ईसाई दबाव दलुभ है। रा य क सभी भाषाओ ंम बाइबल
अनुवाद तजे होना है।
22. ज मू और क मीर
जनसं या : 1.25 करोड़ िजले : 22 गांव : 6,553 ईसाई : 0.3%
सुसमाचार के लए सरू के गहर दलच पी। सरकार फल के उ पादन म अ छ आय
अिजत कर रह है (लगभग 1,500 करोड़ त वष)। खतरनाक और खतरनाक प रि थ तय के
बावजूद मशनरोओ ंन ेससुमाचार सेवा जार रखा है। त बती बौ के बीच
सुसमाचार का चार कया जा रहा है। क मीर सुसमाचार मै ी सुसमाचार और
भारतीय सेवा के लए
ईवाजे लकल ट म के सेवा जा र है। सैकड़ गांव अभी तक व यतुीकृत नह ं
ह। उन गांव को व युतीकृत करना है। ज द ह बढ़ती दंग , जीवन और संपि त का
नकुसान रोका जाना है। संगठन क ग त व धय न ेधमक द है " हसंक हमले,
तीथया य का दौरा करन ेवाले लोग यीशु
के ब लदान के बारे म जानना है।
कार और सामािजक कायकताओ ंके लए हमले और खतरे बचना है और उनक सरु ा
होना है। आ थक वकास धम ववाद और सीमा क सम या स े भा वत होता है। यह ि
थ त बदलनी चा हए।
िजला डोडा, कु गम, अनतंनाग म ईसाई आबाद बहु त कम है। इन िजल क वशेष
देखभाल करन ेके लए मशनर संगठन क ज र है। चरमपं थय को "यीश ुम शां त"
तलाशना है। प रणाम के लए क मीर भाषा म जीसस फ म क सारण होना है।
उ च जा त क मीर ा मण के बीच सेवा करन ेके लए बोझमय सेवको के ज र
है।
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23. असम
जनसं या : 3.12 करोड़ िजले : 27 गांव : 26,395 ईसाई : 3.7%
नमसू , बोलो, करबी, चु तया, कचार , मोरान और अहोम लोग ससुमाचार के
लए ाि तशील ह। रा य ाकृ तक गसै और वन संपि त स ेआशीवा दत है।
द ु नया का सबस ेबड़ा चाय उ पादन क यहां ि थत है। बपै ट ट, लथूरन,
ेि बटे रयन न ेकई चच क थापना हई है। मजो, भावी, म कर और केरो जनजा तया
ंके बीच म ेक है। पहाड़ी जनजा त बोरो, मर , मुडंा और कचोल के बीच
ससुमाचार चार होना है। म हलाओ ंके खलाफ अपराध म रा य सबस े मुख है। म
हलाओ ंके आगवेु के लए ाथना कर। वे याविृ त म ेलत ह। सरकार को इस के
खलाफ उ चत कदम उठाना चा हए।
रा य के लोग को ाकृ तक स ेसंर त कया जाना है। बां लादेश के अवधै
घुसपठै के कारण आ दवा सय और मसुलमान के बीच दंग को रोका जाना है। हदं
ूधम आ दवा सय के जबरन पांतरण को रोका जाना चा हए।
उ च जा त ा मण , काय थ, कायता, गोच, क ओट, गणका, कुइबाथ, कुमर ह र
के उ ार के लए ाथना करे।
ईसाई अचं भत ह और उनक सं या कम हो रह है। व वा सय को बढ़ाना चा हए।
लोग को तंबाकू, गजंा क लत से मु त कया जाना है।
भार बा रश, चलते भू खलन स े भा वत प रवार क मदद क जानी चा हए। ईसाई
नलबार , बारपेटा और मोर गांव िजल म बहु त कम ह। इन िजल म चच और संगठन
के सेवा तेजी करना है।
24. मेघालय
जनसं या : 26.67 लाख िजले : 7 गांव : 6,023 ईसाई : 70.25% गारो और
आ दवा सय को सुसमाचार म च है।
आज के दन म यहां और वहां चच म उ पाना जार है।
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83% लोग खेती और धान, ग ना, सतूी सेवा म शा मल ह और फल पदैा करत
ेह। कई सुसमाचार संगठन का मं ालय के कारण कई मसीह को उनके उ ारकता के
प म वीकार
करन ेके लए आग ेआ रहे ह।
अन धकृत खान जो न दय को दू षत करत ेह उ ह नयं त कया जाना चा हए।
युवाओ ंको नश ेक लत स ेप चाताप करना है। इस औ यो गक पछड़ ेरा य का वकास
है। ईसाई मक को हज ग, रबा कोच और म हर से मलन ेके लए बोझ से सेवा करना
है। मराठ , मारवा रय , जनजा तय और द लत का उ ार होना है। परमे वर वयं
को ससुमाचार और चरमपं थय के वरो धय को कट करना है।
25. सि कम
जनसं या : 6.11 लाख िजले : 4 गांव : 452 ईसाई : 6.7%
लेपचास ससुमाचार म च रखते ह। वे मसीह के अनुगमन करना है।
सी.एन.आई, बखत सहं फैलो शप, पटेको टल और वदेशी मशनर
के वारा कए गए सेवा चल रहा है।
1980 के दशक म पि चमी म सयोनरे यासो के कारण ईसाईय क आबाद बढ़ रह
है।
खुल हवा क कमी क अनुपि थ त के कारण वा य म सधुार।
बाढ़, भू खलन जसैी ाकृ तक आपदाओ ंसे परमे वर रा य क र ा करे।
उ तर इलाके म रहन ेवाले बु वा दय को ससुमाचार के साथ पहु ंचना
है।
भू टया और त ब तय के बीच व वा सय सं या म वृ करन ेके लए।
1999 म जार कए गए 'जीसस फ म' कई लोग को छुआ था।
रा य के 200 स ेअ धक मठ म रहन ेवाल लामा के उ ार हो।
रा य के लोग आ मा पजूा, परंपराओ ंआ द जसै ेअधं व वास के साथ रहते
ह, उनका प चाताप हो और मसीह को वीकार कर।
ले चा, भू टया और नेपाल के बीच लगातार संघष और दंग ेको रोकना है और
लोग शां त म रहे।
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26. पुरा
जनसं या : 36.71 लाख िजले : 8 गांव : 1,858 ईसाई : 3.2%
परमे वरन े54.5% वन कवर के साथ इस रा य को आशीवाद दया है। आ दवा सय
न ेमसीह क ससुमाचार म च रखते ह।
बपै ट ट चच और स य सेवा क सं या म वृ और वे लोग के बीच सेवा करत
ेह। च मा बु वा दय के वारा दखाए गए ससुमाचार का वागत। 63.8% लड़के नश
ेक लत ह। व ेइस आदत को यागना चाहत ेह और प चाताप करे। बां लादेश क
सीमा पर बाल त कर बढ़ा हुआ। इस ेसरकार नयं त कर। चच पि चम और द ण परुा
म सुसमाचारवाद ग त व धय को बढ़ाए, जहाँ पर ईसाई आबाद
दलुभ है। बगंाल हदंओु ंऔर मुि लम शरणा थय के बीच चच थ पत हो।
बां लादेश के साथ सीमा म चल रहे पा क तानी आई.एस.आई आतकंवाद श वर न
ट कया जाना है। लोग के बीच अ सर धा मक गड़बड़ी और हसंा होती है, यह नयं
त होना है और लोग शां त म
रहना है।
ईसाई सां दा यक हसंा के बीच म अपने गवाह बनाए रखे।
27. म णपुर
जनसं या : 25.7 लाख िजले : 9 गांव : 2,391 ईसाई : 34% मीठे लोग जो
ससुमाचार के लए खुले ह। कु क , र मेमी, हमार, पाइट और काबईू जसैे आ
दवा सय के बीच म उन चच सेवा कर रहे ह। रा य रेशम के सबस ेबड़ ेउ पादक म
स ेएक है। ॉस-सां कृ तक मशनार य जो रा य स े चार करने के लए बाहर गए
ह। रा य क शां त कु क और नागा और मीतहे और मुि लम, के बीच लगातार संघष
स े भा वत
होती है। इस रा य क शां त के लए ाथना कर।
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अ धकांश लोग शराबीपन, दवाओं, वे याविृ त और अ य पापी ग त व धय म ह,
ाथना कर क परमे वर उनको बचाए।
लगभग 60,000 लोग नश ेम लत हैऔर 40,000 लोग एच.आई.वी स े भा वत,
उनके उ ार के लए ाथना कर।
थबुल, ब णपूरु और इ फाल िजल म ईसाई उपि थ त बहु त कम है। ाथना कर क
मशन सगंठन इन थान तक मो संदेश के साथ पहु ंच।
सुसमाचार और चच के साथ मसुलमान क थापना हु ई है।
28. मजोरम
जनसं या : 10.9 7 लाख िजले : 8 गांव : 817 ईसाई : 87%
सा रता दर उ च प (91.58%) पर है। बपै ट ट और ेि बटे रयन चच म रा य
म सेवा कर रहे ह।
मशन संगठन और चच क थपना होना है। रा य म जाग कता और चच म उ पना शु
होन ेके कारण समाज म बदलाव होन ेलगा। रा य जो औ यो गक वकास म पीछे है,
बेहतर के लए एक बदलाव कर रहा है।
सुसमाचार बां लादेश स हत रा य म सभी को सुसमाचार साझा कया जाना चा
हए। उन लोग के उ ार के लए जो नश ेमे लत है। बौ , च मा, रयांग और अ य आ
वा सय के लोग समहू हमारे परमे वर क कृपा जाने। बां लादेश और यांमार स
ेअवधै वेश के कारण रा य म जान ेवाल सम याए ंपैदा हो रहा है।
29. नागलै ड
जनसं या : 19.80 लाख िजले : 11 गांव : 1,315 ईसाई : 90% बपै ट ट,
पटेको टल और अ य सभी चच जो यहाँ सेवा रहे ह। भारत म इस रा य म ईसाई
उपि थ त (9 0%) क उ चतम सं या है।
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नागा मशन के मा यम स ेभजेा गया मशनर जो परेू देश म परमे वर के रा य
व तार म लगे हुए ह।
जो लोग स म शा मल ह, उनके उ ार होना है।
1956, 1962 और 1972 म हु ए पनु थान क तकृ त हुआ है। भारतीय भाषाओ
ंम बाइबल के अनुवाद होन ेके लए सभी नागा को शा मल होना है। सं दाय के
बावजूद सभी व वा सय के बीच एकता के साथ यार म रहतना है।
30. गोवा
जनसं या : 14.50 लाख िजले : 2 गांव : 359 ईसाई : 26.7%
रा य क अथ यव था पयटन और नयात के वकास स ेसधुारती है। सभी सरकार
वभाग म र वत को रोकने के लए रा य के वारा कारवाई क गई । �